Dengue Positive : एक दर्जन डेंगू पॉजिटिव मिले, संख्या 225 से ज्यादा!

नए मरीजों में एक बच्चा भी,अब खुली नगर निगम की नींद!

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Dengue Positive : एक दर्जन डेंगू पॉजिटिव मिले, संख्या 225 से ज्यादा!

 Indore : स्वास्थ्य विभाग द्वारा मलेरिया और डेंगू के मरीजों की सैंपल जांच लगातार की जा रही है। अब सोमवार को विभाग को मिली रिपोर्ट में एक बच्चा सहित एक दर्जन डेंगू पॉजिटिव पाए गए हैं। साथ ही सात पुरुष और चार महिलाएं भी डेंगू से पीड़ित मिली है। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। इसके साथ ही डेंगू के मरीजों का आंकड़ा 225 के करीब पहुंचने वाला है।

स्वास्थ्य विभाग मच्छरों पर नियंत्रण के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। पिछले वर्ष भी 500 के करीब मरीज सामने आए हैं। मच्छरों की संख्या बढ़ाने के कारण ही जिले में मलेरिया और डेंगू के पेशेंट भी बढ़ने लगे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार इस वर्ष अभी से ही डेंगू के एक्टिव मरीजों की संख्या 212 हो चुकी है, जो गंभीर चिंता का विषय है। मच्छरों की संख्या बढ़ाने के कारण डेंगू के मरीजों में बढ़ोतरी हो रही है। हालांकि डेंगू का मच्छर साफ पानी में पाया जाता है। इस कारण भी अधिक मरीज फिलहाल सामने नहीं आए हैं। बारिश का पानी भरने मच्छरों की संख्या अचानक बढ़ी है।

लोगों को मच्छरों से बचाव के लिए भी एडवाइजरी जारी की गई है। सैंपल टेस्टिंग में पाए गए मरीजों को लगातार उपचार दिया जा रहा है। कोशिश की जा रही है कि डेंगू का आंकड़ा पिछले वर्ष की तरह ज्यादा नहीं बढ़े। इसके लिए लोगों से कहा जा रहा है कि घरों के आसपास और छत पर पानी जमा नहीं होने दें। डेंगू सर्वे के लिए टीम में लगातार एक्टिव हैं। लोगों से यह भी कहा गया है कि मच्छरों को रोकने के लिए पर्याप्त साधन संसाधन का उपयोग करें।

अब खुली नगर निगम की नींद
शहर में डेंगू के मरीजों की संख्या 225 के करीब पहुंच रही है तब निगम अधिकारियों की नींद खुली है। इसके बाद निगम अधिकारियों ने सक्रियता दिखाते हुए ड्रोन के द्वारा लार्वा नाशक स्प्रे का छिड़काव शुरू किया है। वही कॉलोनी मोहल्ले में फागिंग भी की जा रही है। हालांकि यह नाकाफी है। क्योंकि, स्वास्थ्य विभाग की माने तो आप मच्छरों की संख्या बहुत अधिक हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग तो शुरू से ही यह कोशिश कर रहा है कि मच्छर और मच्छरों से फैलने वाली बीमारियों को हर हाल में रोका जा सके, लेकिन निगम अधिकारियों की अनदेखी के चलते मच्छरों की संख्या बढ़ने से नहीं रोकी जा सकी।