तमाम निर्देशों के बाद सड़कों से नहीं हटे निराश्रित पशु, 2 साल में 237 दुर्घटना,94 मौत,133 घायल

पूरे प्रदेश में अभी भी है 8 लाख 57 हजार निराश्रित पशु

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तमाम निर्देशों के बाद सड़कों से नहीं हटे निराश्रित पशु, 2 साल में 237 दुर्घटना,94 मौत,133 घायल

भोपाल: प्रदेश के सभी राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गो से आवारा पशुओं को हटाने और उनके रखने के इंतजाम करने के निर्देश है लेकिन इसके बाद भी मध्यप्रदेश सरकार आवारा पशुओं को सड़कों से नहीं हटा पा रही है। पिछले दो वर्षो में सड़कों पर विचरण करते निराश्रित पशुओं के कारण 237 सड़क दुर्घटनाएं हुई जिनमें 94 लोगों की जीवन लीला समाप्त हो गई और 133 लोग घायल हुए है।

मध्यप्रदेश में हाल ही में कराई गई बीसवी पशु संगणना में मध्यप्रदेश में 8 लाख 53 हजार 971 निराश्रित पशु पाए गए है। मध्यप्रदेश के रीवा जिले में सर्वाधिक निराश्रित पशु पाए गए है। यहां 82 हजार 485 निराश्रित पशु पाए गए है। इनमें ग्रामीण क्षेत्रों में 78 हजार 737 और शहरी क्षेत्रों में 3 हजार 748 निराश्रित पशु पाए गए है।ग्वालियर के शहरी क्षेत्र में सर्वाधिक सात हजार 84 निराश्रित पशु मिले है। जबकि ग्रामीण अंचलों के मामले में रीवा में सर्वाधिक 78 हजार 737 निराश्रित पशु मिले है।

राजधानी भोपाल में कुल 9 हजार 986 निराश्रित पशु मिले है। इनमें शहरी क्षेत्रों में 4 हजार 571 निराश्रित पशु मिले है।ग्वालियर जिले में 23 हजार 181, इंदौर जिले में 3302 और जबलपुर जिले में 10 हजार 205 निराश्रित पशु पाए गए है।

मध्यप्रदेश में रीवा के बाद टीकमगढ़ में सर्वाधिक 61 हजार 860 निराश्रित पशु मिले है।सतना में 61 हजार 626 निराश्रित पशु पाए गए है। छतरपुर में 56 हजार 63 निराश्रित पशु मिले है।

*अलीराजपुर में सबसे कम निराश्रित पशु-*

अलीराजपुर में सबसे कम 87 निराश्रित पशु मिले है। इसके बाद आदिवासी अंचल झाबुआ में 428 निराश्रित पशु मिले है। बड़वानी में 510 और मंडला में 572 निराश्रित पशु पाए गए है। अलीराजपुर के शहरी क्षेत्र में सबसे कम 58 निराश्रित पशु मिले है।

आवारा पशुओं को सड़कों से हटाने के है निर्देश-मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव प्रदेशभर में सड़कों पर विचरण करते ऐसे निराश्रित पशुओं को हटाने के निर्देश दे चुके है जो दुर्घटनाओं का कारण बन रहे है। लोक निर्माण विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, नगरीय विकास एवं आवास विभाग,रोड डेवलपमेंट कार्पोरेशन के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि सड़कों से निराश्रित पशुओं को पकड़कर उन्हें रखने के लिए पर्याप्त स्थान तैयार कर वहां रखा जाए। इन निराश्रित पशुओं के खान-पान का इंतजाम करने के निर्देश भी दिए गए है। राष्ट्रीय राजमार्ग और राज्य राजमार्ग के आसपास भी ऐसे पशुओं को सड़कों से पकड़कर रखने के निर्देश दिए गए है।