
DGP’s Big Meeting on Law and order: DGP मकवाणा ने कहा- “पुलिस की भूमिका सिर्फ अपराध नियंत्रण नहीं, समाज में विश्वास कायम रखना भी उतना ही जरूरी”
BHOPAL: राज्य पुलिस संगठन में कार्यप्रणाली सुधार, प्रशासनिक दक्षता और कानून-व्यवस्था को और मजबूत करने के उद्देश्य से पुलिस मुख्यालय, भोपाल में एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई। यह बैठक प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (DGP) कैलाश मकवाणा की अध्यक्षता में नए कॉन्फ्रेंस हॉल में हुई।
लंबे अंतराल के बाद इस स्तर की व्यापक भौतिक समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसमें प्रदेशभर के जोनल आईजी, डीआईजी, एसपी और विभिन्न शाखाओं के प्रमुख अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक का फोकस था- कानून-व्यवस्था की सुदृढ़ता, अपराध नियंत्रण की रणनीति, स्टाफ प्रबंधन और संगठनात्मक सुधार।
बैठक की शुरुआत में DGP ने प्रदेश की मौजूदा कानून-व्यवस्था की स्थिति पर विस्तृत प्रस्तुति ली और विभिन्न जिलों में अपराध नियंत्रण के लिए अपनाए गए उपायों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि बदलते सामाजिक और तकनीकी परिदृश्य में पुलिसिंग को अधिक प्रोफेशनल और मानवीय बनाना आवश्यक है। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि “पुलिस का कार्य केवल अपराधियों को पकड़ना नहीं, बल्कि जनता में सुरक्षा और विश्वास का वातावरण बनाना भी उतना ही आवश्यक है।”
DGP ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि महिला एवं बाल अपराध, साइबर अपराध और मादक पदार्थों की तस्करी जैसे गंभीर अपराधों पर त्वरित और सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि पुलिस बल में तकनीकी प्रशिक्षण, आधुनिक उपकरणों का उपयोग और फील्ड लेवल पर संवाद आधारित पुलिसिंग को बढ़ावा देना चाहिए।
बैठक के दौरान विभिन्न जिलों के एसपी और आईजी ने अपने-अपने क्षेत्रों में अपराध नियंत्रण, स्टाफ की कमी, संसाधन उपयोग और सामुदायिक पुलिसिंग के प्रयासों की जानकारी दी। इस दौरान अधिकारियों के बीच विचार-विमर्श का एक खुला सत्र भी हुआ, जिसमें पुलिस कार्यप्रणाली में पारदर्शिता, जवाबदेही और परिणाम-उन्मुख दृष्टिकोण पर जोर दिया गया।

DGP ने कहा कि पुलिस का व्यवहार आम जनता के साथ विनम्र, संवेदनशील और जिम्मेदार होना चाहिए। उन्होंने रेखांकित किया कि “हर पुलिसकर्मी का आचरण ही संगठन की छवि बनाता है, इसलिए अनुशासन और सेवा भावना को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए।”
अंत में, उन्होंने सभी अधिकारियों से आगामी त्योहारी सीजन में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विशेष सतर्कता बरतने और भीड़-प्रबंधन, ट्रैफिक नियंत्रण तथा संवेदनशील क्षेत्रों में निरंतर निगरानी रखने के निर्देश दिए।
यह समीक्षा बैठक न केवल पुलिस तंत्र के लिए दिशा-निर्देशक साबित होगी बल्कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति को और अधिक प्रभावी, विश्वसनीय और जनकेंद्रित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।





