Dhirendra Shastri Returned from Patna : लालू यादव ने इशारों में जो समझाया वो धीरेंद्र शास्त्री समझ गए और कथा रोक दी!
Patna : बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री की हनुमंत कथा का कार्यक्रम जो पटना में चल रहा था, अचानक निरस्त कर दिया गया। अभी तक सामने नहीं आया कि ऐसा क्या हो गया जो धीरेंद्र शास्त्री ने पटना से लौटना ही बेहतर समझा! लेकिन, अब पता चला कि लालू यादव ने इशारों में धीरेंद्र शास्त्री को जो संदेश दिया, वो उन पर पहुंच गया और कथा का आयोजन समेट दिया गया।
आरजेडी नेता लालू यादव कई बार इशारों में राजनीति करते है। वे बोलते नहीं, बस कुछ ऐसा कर जाते हैं कि सामने वाला समझ जाता है कि अब उसे क्या करना हैं। धीरेंद्र शास्त्री के आने से एक दिन पहले लालू प्रसाद एक मजार पर चादर चढ़ाने गए। बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री कथा के लिए शनिवार को पटना पहुंचे। लालू यादव शुक्रवार को पटना हाईकोर्ट के पास वाली मजार पहुंचे। उन्होंने शहीद सफदर पीर मुराद शाह रहमतुल्ला अलैह की मजार पर चादर चढ़ाई। उनके साथ कई मुस्लिम नेता थे।
किडनी ट्रांसप्लांट के बाद डॉक्टर्स ने उन्हें धूल और धूप से बचने की सलाह दी है। लालू को मास्क लगाकर निकलने को कहां गया है, लेकिन बिना मास्क के चादर चढ़ाने गए। उन्होंने मजार पर चादर चढ़ाकर बिहार में मुस्लिम-यादव समीकरण का संदेश दे दिया।
धीरेंद्र शास्त्री के पटना आयोजन को लेकर बड़े बेटे तेज प्रताप यादव लगातार विरोध करते रहे हैं। वे धीरेंद्र को रोकने की बात कर रहे हैं। इस बीच लालू खामोशी से अपना खेल खेल गए। उन्होंने शांति से धीरेंद्र शास्त्री को मैसेज भी दिया।
लालू प्रसाद ने शहीद सफदर पीर मुराद शाह रहमतुल्ला अलैह की मजार पर फूल माला चढ़ाई। राष्ट्रीय जनता दल ने कहा कि मुल्क और सूबे की अमन व तरक्की के लिए लालू प्रसाद ने दुआ मांगी। साथ ही गंगा-जमुनी संस्कृति को मजबूत करने पर बल दिया।’ धीरेंद्र शास्त्री जहां भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की मुहिम खुलेआम चला रहे हैं।
लालू प्रसाद का इतिहास मुस्लिम-यादव राजनीति के समर्थन वाला रहा हैं। बिहार में यादवों का वोट बैंक 16% है और उतना ही मुसलमानों का भी। लालू प्रसाद की राजनीति को आसानी से समझा नहीं जा सकता।
कथा निरस्त का कारण ये बताया
दिव्य दरबार को बीच में ही रद्द करने के पीछे की वजह भीषण गर्मी बताया गया है। कहा गया कि फैसला लिया गया है कि रविवार को बाबा के दरबार में भीषण गर्मी की वजह से कई लोगों को तबीयत बिगड़ गई थी। कई लोग बेहोश हो गए। भीड़ इतनी ज्यादा बढ़ गई थी कि पुलिस को लाठी चार्ज करना करना पड़ा। बहरहाल सोमवार को बाबा का दिव्य दरबार नहीं लगाने का फैसला किया है।