
15 अगस्त से DIAL 100 हुआ बंद, अब डायल करें 112: मध्यप्रदेश ने शुरू की स्मार्ट और एकीकृत आपातकालीन सेवा
Bhopal: 14 अगस्त 2025 को डायल 100 की सेवा खत्म हो गई, और 15 अगस्त से मध्यप्रदेश ने डायल 112 सेवा की शुरुआत कर दी है। अब प्रदेश में आपात स्थिति में सिर्फ एक नंबर, 112 डायल करके पुलिस, एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड, महिला हेल्पलाइन, साइबर क्राइम, रेल मदद, महिला एवं बाल सुरक्षा समेत सभी आपातकालीन सेवाएं तुरंत उपलब्ध होंगी।

डायल 112 अत्याधुनिक तकनीक से लैस 1200 बोलेरो नियो फर्स्ट रिस्पांस वाहनों के साथ पूरे प्रदेश में 55 जिलों में फैली है। ये वाहन GPS, लाइव लोकेशन ट्रैकिंग, डिजिटल नेविगेशन, और हाई-टेक संवाद उपकरणों से सुसज्जित हैं।
40 सीटों वाला आधुनिक कॉल डिस्पैच सेंटर 24×7 सक्रिय है, जहाँ 100 प्रशिक्षित एजेंट नवीनतम डेटा एनालिटिक्स, नंबर मास्किंग और फ्लीट मैनेजमेंट तकनीक की मदद से त्वरित और भरोसेमंद सहायता प्रदान करते हैं। साथ ही, सभी फर्स्ट रिस्पांस वाहनों में डैशबोर्ड व बॉडी कैमरे भी लगे हैं, जो पारदर्शिता और सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं।

पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना के अनुसार, डायल 112 सेवा से साइबर अपराध, सड़क दुर्घटनाओं, महिला एवं वरिष्ठ नागरिक सुरक्षा, बाल अधिकार और अन्य आपात स्थितियों का तेज और प्रभावी समाधान होगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इसे प्रदेशवासियों के लिए सुरक्षा और सुविधा का बड़ा उपहार बताया है, जो मध्यप्रदेश को देश के सबसे सुरक्षित राज्यों में से एक बनाएगी।
डायल 112 न सिर्फ तकनीक में उन्नत है, बल्कि बहु-एजेंसी समन्वय के कारण इसका आपातकालीन प्रतिक्रिया तंत्र और भी प्रभावी, तेज और भरोसेमंद है। डायल 100 की 10 साल पुरानी विरासत को आगे बढ़ाते हुए यह सेवा हर परिस्थिति में जनता को बेहतर, स्मार्ट और सहज सहायता पहुंचाएगी।
इस नई प्रणाली से पुलिस विभाग की जवाबदेही और कार्यकुशलता में भी सुधार होगा, जिससे आम नागरिकों के लिए सुरक्षा का भरोसा और मजबूत होगा। अब आपातकाल में केवल 112 डायल करें, मदद तुरंत आपके द्वार पहुंचेगी।
*डायल 112 के साथ मध्यप्रदेश पुलिस ने सुरक्षा के नए युग का सूत्रपात किया है, जो तकनीक और समर्पण का शानदार मेल है।*





