हीरों की नगरी में चमके हीरे खेल के…

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हीरों की नगरी में चमके हीरे खेल के…

राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पन्ना की पहचान हीरों की नगरी के रूप में है। यहां आयोजित 25वीं यूथ चैंपियनशिप (महिला एवं पुरुष) राष्ट्रीय वालीबॉल चैंपियनशिप के चलते खेलों के लिए भी पन्ना को पहचाना गया। तो पन्ना में आयोजित स्पर्धा में वालीबॉल में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने वाले खिलाड़ी भी हीरों के रूप में हीरों की नगरी में सबकी नजरों में समा गए। हीरों की नगरी में खुदाई में मिले हीरों की चमक और कीमत का अंदाजा लगाया जा सकता है, लेकिन खेल प्रतिभा के बतौर इन हीरों की न तो चमक का अंदाजा लगाया जा सकता है और न ही इनकी कीमत लगा पाना संभव है। विशेष बात यह भी है कि इस संसदीय क्षेत्र में सांसद विष्णु दत्त शर्मा हैं, जो किसी न किसी बहाने से खजुराहो, पन्ना और कटनी को चर्चा में बनाए रखते हैं। यदि कोरोना का दुष्प्रभाव नहीं बढ़ा तो जी-20 देशों की बैठकों में शामिल होने खजुराहो पहुंचने वाली अंतर्राष्ट्रीय हस्तियां पन्ना के जुगल किशोर मंदिर के दर्शन कर भी उपकृत होंगी। जिनकी हीरों जड़ी मुरली की चमक भी भक्तों के दिलों में बसी हुई है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और सांसद विष्णु दत्त शर्मा के संसदीय क्षेत्र स्थित पन्ना जैसे छोटे से जिले में आयोजित 25वीं यूथ ओपन पुरुष राष्ट्रीय वालीबॉल चैम्पियनशिप में गुजरात विजेता बना।हरियाणा को हराकर गुजरात चैम्पियन बना। वहीं पश्चिम बंगाल की टीम महिला वर्ग में जीती। पश्चिम बंगाल ने राजस्थान को हराया। पश्चिम बंगाल की प्रेरणा पॉल महिला वर्ग की बेस्ट प्लेयर बनी। तो मध्यप्रदेश में विष्णु दत्त शर्मा के संसदीय क्षेत्र पन्ना में भी मोदी-ममता के गृह राज्य की वालीबॉल टीमों के हीरा खिलाड़ियों ने परचम फहरा दिया।
खेल की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री कमल पटेल ने कहा कि मैं एक खिलाड़ी था और खेलते-खेलते मेरा हाथ टूट गया और मेरा खेल छूट गया। जिस कारण मैं छात्र राजनीति से विद्यार्थी परिषद में जुड़ा और आज खेल के ही कारण मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री बना। मैं हरदा में प्रत्येक वर्ष खेलों का आयोजन करवाता आ रहा हूं। मैं यह घोषणा करता हूं कि जो मैं खेल आयोजन करवाऊंगा, उसकी अध्यक्षता भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा करेंगे। मैं पन्ना आया और पन्ना में एक ऐतिहासिक चैंपियनशिप को देखने का अवसर मुझे मिला। इस प्रकार की चैंपियनशिप अन्य राज्यों में पूर्व में आयोजित की जाती रही हैं। पन्ना की जनता खेल प्रेमी है और क्षेत्रीय सांसद  यह चाहते हैं कि इस क्षेत्र का विकास हो। यही कारण है कि उन्होंने इतना बड़ा आयोजन अपने संसदीय क्षेत्र के एक छोटे से जिले में किया। आज पन्ना को विश्व के देशों में इस चैंपियनशिप के कारण जाना गया। निश्चित तौर पर पन्ना के विकास में यह चैंपियनशिप वरदान साबित होगी। तो मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री कमल पटेल की जुबान पर भी हकीकत आ ही गई। निश्चित तौर पर प्रदेश के अन्य सांसदों के लिए क्षेत्र के प्रति विष्णु दत्त शर्मा का भाव मिसाल बन सकता है।
विजय राघौगढ़ विधायक संजय पाठक ने कहा कि सांसद विष्णु दत्त शर्मा लगातार अपने संसदीय क्षेत्र के विकास की चिंता करते हैं। उन्होंने यह ऐतिहासिक आयोजन पन्ना जैसी छोटी जगह पर कराया, इसके लिए उन्हें धन्यवाद देता हूं। वह खेल प्रेमी हैं। खेलों के प्रति उन्हें लगाव है। यही कारण है कि वह खेलों का आयोजन कराते रहते हैं। गत वर्ष भी उन्होंने खेल महोत्सव का आयोजन कराया था।
सांसद और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने पन्ना में आयोजित राष्ट्रीय वालीबॉल प्रतियोगिता को लेकर अपने मन की बात रखते हुए कहा कि खेलों को प्रोत्साहित करने का काम देश के प्रधानमंत्री ने किया है। उन्होंने सभी सांसदों से अपील की थी कि अपने-अपने संसदीय क्षेत्र में खेलों का आयोजन कराएं। उसी क्रम में  खजुराहो संसदीय क्षेत्र में खेलों का आयोजन गत वर्ष खेल महोत्सव के रूप में पन्ना में किया गया था। तब से ही मेरे मन में यह प्रेरणा थी कि वालीबॉल की चैंपियनशिप का आयोजन पन्ना में कराया जाए। मैंने इसके लिए केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से एवं केंद्रीय राज्यमंत्री से संपर्क किया और उन्होंने पन्ना में इस चैंपियनशिप के आयोजन के लिए अपनी सहमति दी। उन्होंने अंत में सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि यह ऐतिहासिक मैच रहा और आज इस मैच से नई प्रतिभाएं देश को मिली हैं। निश्चित तौर पर देश हमारा आगे बढ़ रहा है और लगातार आगे बढ़ता रहेगा। इस खेल में आप सभी खिलाड़ी आए। आपने छोटे से पन्ना शहर को देखा, यहां पर हीरा निकलता है और अब आप इस देश के हीरे के रूप में अपनी पहचान बनाएं। अच्छा खेल खेलें अनुशासित खिलाड़ी बनें ताकि इस देश का नाम विश्व में एक अलग पहचान के रूप में जाना जाए।
तो निश्चित तौर पर हर संसदीय क्षेत्र के सांसद के दिल में विष्णु दत्त शर्मा की तरह खेल भावना जिंदा रहना चाहिए।
उनके संसदीय क्षेत्र में खेलों के राष्ट्रीय आयोजन होते रहना चाहिए, ताकि शहरों का नाम देश-दुनिया के नक्शे पर दर्ज हो। और खेल प्रतिभाएं हीरों की तरह अपनी चमक पूरी दुनिया में बिखेरकर देश को खेल मानचित्र पर शीर्ष स्थान पर पहुंचा सकें।