IG से ADG बनने में आ सकती है मुश्किलें, कॉडर से ज्यादा पदों पर काबिज है अफसर 

856
DPC For IPS Promotion:

IG से ADG बनने में आ सकती है मुश्किलें, कॉडर से ज्यादा पदों पर काबिज है अफसर 

भोपाल: प्रदेश में ADG रेंक के अफसरों की भरमार के चलते IG को पदोन्नति पाने में अब मुश्किल आ सकती है। वहीं दूसरी ओर आने वाले सालों में ADG की भी प्रदेश में कमी हो जाएगी। यह कमी इस हद तक पहुंच जाएगी कि आने वाले कुछ वर्षो बाद कॉडर के पदों पर भी ADG रेंक के अफसर प्रदेश पुलिस में नहीं मिलेंगे।

 

इधर DG के अस्थाई पद को मंजूरी नहीं मिली तो ADG रेंक के अफसर DG के पद पर भी अगले साल फरवरी तक पदोन्नत नहीं हो सकेंगे।

 

IPS अफसरों की पदोन्नति नए साल की शुरूआत में होती है। जिसमें SP रेंक के अफसरों को DIG के पद पर पदोन्नति मिलेगी। वहीं DIG रेंक के अफसर IG के लिए पदोन्नत होंगे, लेकिन ADG की भरमार के कारण वर्ष 1998 बैच के अफसरों को ADG के लिए पदोन्नति पाना मुश्किल भरा हो सकता है।

इस बैच में तीन अफसर हैं। आईजी प्रशासन विवेक शर्मा, आईजी एंटी नक्सल आॅपरेशन साजिद फरीद शापू और इसी बैच के अफसर अंशुमान यादव प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली में पदस्थ हैं।

ADG के पद भरे हुए होने के कारण विवेक शर्मा और साजिद फरीद शापू को पदोन्नति में मुश्किल आ सकती है।

 

*इसलिए हो सकती है देरी*

प्रदेश में ADG के कॉडर के 16 पद हैं। जबकि इस वक्त प्रदेश पुलिस में 43 अफसर ADG के पद पर हैं। इनमें से चार प्रतिनियुक्ति पर हैं। जबकि 39 ADG रेंक के अफसर प्रदेश में विभिन्न पदों पर पदस्थ हैं। ऐसे में कॉडर से ज्यादा पद होने के चलते 1998 बैच के अफसरों को पदोन्नति दिए जाने को लेकर संशय बना हुआ है।

*बनेंगे सिर्फ दो आईजी*

अगले साल की शुरूआत में होने वाली IPS अफसरों की पदोन्नति में IG भी दो ही अफसर बन सकेंगे। वर्ष 2005 बैच के अफसर इस बार पदोन्नत होकर IG बन सकते हैं। इसमें रतलाम DIG सुशांत सक्सेना और काउंटर इंटेलीजेंस डॉ. आशीष शामिल हैं। इस बैच के दो ही अफसर प्रदेश में हैं।