Digvijay & Arun Yadav Absent : कमलनाथ की बैठक से दिग्विजय और अरुण यादव ने कन्नी काटी

दोनों के के नाम की कुर्सी अंत तक खाली रही, BJP ने इस बैठक पर मजे लिए

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Bhopal : प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने तीखे तेवरों में जिला कांग्रेस अध्यक्षों को चेतावनी (Warning to District Congress Presidents) दी है कि 25 फ़रवरी तक मंडलम सेक्टर में नियुक्तियां करें, वरना 26 को अपना इस्तीफा सौंप दें। कांग्रेस कार्यालय में गुरुवार को आयोजित डिजिटिल मेंबरशिप अभियान (Digital Membership Campaign) को लेकर आयोजित बैठक में कमलनाथ ने ये तेवर दिखाए। इस बैठक से कांग्रेस के दो बड़े नेता दिग्विजय सिंह और अरुण यादव के नदारद रहने को गंभीरता (Absence of Digvijay Singh and Arun Yadav being taken Seriously) से लिया जा रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव के बैठक में शामिल न होने पर काफी चर्चा रही। बैठक में इनके नाम की कुर्सी भी लगाई गई (A chair named after him was also Installed) थी, लेकिन वो खाली ही रही। दोनों नेताओं की बैठक से दूरी पर भाजपा ने कांग्रेस में गुटबाजी को लेकर सवाल भी उठाए हैं। कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा (Sajjan Singh Verma) ने दिग्विजय सिंह और अरुण यादव के न आने पर कहा कि दोनों ने दिल्ली में पहले ही बैठक पर अपनी बात कह दी है।
बैठक में न आने का मतलब कुछ और नहीं निकाला जाना चाहिए। जबकि, पार्टी के बड़े नेताओं की गैर-मौजूदगी पर भाजपा प्रवक्ता दुर्गेश केसवानी (BJP Spokesperson Durgesh Keswani) ने भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि कमलनाथ के घर-घर चलो अभियान का असर अब कांग्रेस में दिखने लगा है। कांग्रेस की महत्वपूर्ण बैठक से उसके बड़े नेता दूरी बना रहे हैं। उन लोगों ने घर बैठना ही उचित समझा है।
बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ ने जिला अध्यक्षों को चेतावनी दी कि 25 फरवरी तक मंडलम सेक्टर में नियुक्तियां करने अन्यथा इस्तीफा देने की चेतावनी दी। प्रदेश कांग्रेस डिजिटिल मेंबरशिप (Digital Membership) को लेकर ज्यादा जोर दे रही है। प्रदेश अध्यक्ष का मानना है कि डिजिटिल मेंबरशिप (Digital Membership) से फर्जी मेंबरशिप खत्म होगी। पहले सदस्य बना दिए जाते थे। इस प्रणाली से दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
पहले हर राज्य में फर्जी सदस्य जोड़े जाते थे। कमलनाथ के सामने जिला अध्यक्षों ने भी अपनी बात रखी। उन्होंने बताया कि मंडलम और सेक्टर के पदाधिकारी काम नहीं कर रहे हैं। इस पर कमलनाथ ने जिला अध्यक्षों को सिर्फ सदस्यता अभियान पर फोकस रखने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि ऑफलाइन और डिजिटल अभियान (Offline and Digital Campaigns) साथ-साथ चलेंगे।
इस बैठक में कमलनाथ ने यह भी कहा कि सबसे ज्यादा सदस्यता करने वाले तीन जिलों के अध्यक्षों को प्रदेश कांग्रेस कमेटी सम्मानित भी करेंगी। सबसे ज्यादा सदस्य बनाने वाले जिला अध्यक्षों को पीसीसी फर्स्ट, सेकंड, थर्ड तीन पुरस्कार दिया जाएगा।

नकल करने में अकल लगाएं
भाजपा ने तंज कसा कि कांग्रेस को नक़ल करने में भी अकल लगाना चाहिए। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग (Medical Education Minister Vishwas Sarang) ने कहा कि BJP ने जब डिजिटल सदस्यता अभियान (Digital Membership Campaign) शुरू किया था, तब यही कांग्रेस हमारा मखौल उड़ाती थी और सवाल उठाती थी। BJP ने बूथ विस्तारक अभियान में सभी बूथों को डिजिटाइज (Digitize the Booths) किया है। अब कांग्रेस हमारी नकल कर रही है। वास्तव में नकल के लिए भी अकल की जरूरत होती है। कांग्रेस ने 4 से 6 महीने में अलग-अलग अभियान चलाए, लेकिन किसी भी अभियान में कांग्रेस के बड़े नेता जमीन पर नहीं उतरे।