Digvijay Singh’s Allegation : साधारण कपास को ऑर्गेनिक बताकर बेचा गया, दिग्विजय सिंह ने पत्र लिखा!

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Digvijay Singh’s Allegation : साधारण कपास को ऑर्गेनिक बताकर बेचा गया, दिग्विजय सिंह ने पत्र लिखा!

मंत्री ने माना कि प्रमाणन प्रक्रिया में गंभीर उल्लंघन, इंदौर पुलिस कमिश्नर, एसपी धार जांच कर रहे!

Bhopal : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया है कि प्रदेश में ऑर्गेनिक कॉटन उत्पादकों के फर्जी समूह बनाकर साधारण कपास को जैविक कपास बनाकर खरीदा गया। इस संबंध में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पत्र लिखा, जिसका जवाब केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने दिया। गोयल ने बताया कि विभाग ने इस संबंध में इंदौर पुलिस कमिश्नर और धार पुलिस अधीक्षक को प्राथमिकी दर्ज करने का कहा है।

दिग्विजय सिंह के पत्र के जवाब में पीयूष गोयल ने लिखा कि जैविक कपास के प्रमाणीकरण में अनियमितता पर जुलाई एवं अगस्त में जांच की गई थी। राष्ट्रीय जैविक उत्पादन कार्यक्रम एनपीओपी विनियमन के प्रमाणन प्रक्रिया में गंभीर उल्लंघन के आधार पर एक प्रमाणन निकाय को एक वर्ष के लिए निलंबित कर दिया गया है, कुछ प्रमाणन निकायों पर कार्यवाही जारी है।

इन उत्पादक समूह एनपीओपी के तहत पंजीकरण से रद्द कर दिए गया है। इसके साथ ही इंदौर के पुलिस कमिश्नर और धार पुलिस अधीक्षक को भी इस मामले में संज्ञान लेने और एफआईआर दर्ज करने को कहा गया है। इधर धार पुलिस ने इस मामले में अपनी जांच लगभग पूरी कर ली है।

यह आरोप लगाए गए

दिग्विजय सिंह ने अपने पत्र में प्रधानमंत्री को लिखा था कि किसानों द्वारा उत्पादित ऑर्गेनिक कॉटन का प्रमाणीकरण सरकारी एजेंसी एपीईडीए द्वारा अधिकृत अधिकृत सर्टिफिकेशन बॉडी (सीबी) द्वारा किया जाता है। मध्य प्रदेश में कंट्रोली यूनियन नाम की सीबी अधिकृत है। प्रदेश में ऑर्गेनिक कॉटन उत्पादकों के फर्जी समूह बनाए गए। जो साधारण कपास का उत्पादन करते हैं। उन्हें उसमें शामिल किया गया। उनके कॉटन को जैविक कपास बनाकर खरीदा गया।