Direct Flights to Bangkok : इंदौर सीधे बैंकाक से जुड़ेगा, थाईलैंड सरकार फ्लाइट चलाएगी!

पर्यटन की संभावनाओं को देखते हुए इंदौर को जोड़ने की पहल  

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Indore : देवी अहिल्या इंटरनेशनल एयरपोर्ट के फ्लाइट के ग्राफ में बढ़ोतरी की जा रही है। इसके तहत जल्द ही इंदौर से बैंकाक के लिए सीधी फ्लाइट शुरू हो रही है। हर साल करीब एक मिलियन से अधिक लोग थाईलैंड घूमने जाते हैं, इस कारण थाईलैंड सरकार ही इंदौर के लिए सीधी फ्लाइट शुरू करने जा रही है, ताकि पर्यटकों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो। वे आसानी से बैंकाक आ जा सकें।

थाईलैंड की सैर करने वालों के लिए यह अच्छी खबर है कि उन्हें सीधे बैंकाक जाने के लिए अब इंदौर से सीधी फ्लाइट मिलेगी। उन्हें मुंबई या दिल्ली नहीं जाना पड़ेगा। इसकी शुरुआत भी खुद थाईलैंड सरकार करने जा रही है, इस सुविधा से मध्यप्रदेश से बैंकाक घूमने जानेवाले पर्यटकों को परेशानी नहीं होगी। थाईलैंड की राजधानी बैंकाक जाने वाले लोग दिल्ली से बैंकॉक जाते हैं, जिसमें उन्हें करीब 5 घंटे का समय लगता है।

यहां से जाने का किराया भी महज 8 से 10 हजार रुपए होता है, इस कारण लोग घूमने के लिए यहां काफी संख्या में पहुंचते हैं, थाईलैंड का बीच काफी खूबसूरत है, जो भारतीय पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करता है। ऐसे में इंदौर से भी फ्लाइट शुरू होगी तो महज 10 से 12 हजार रुपए में व्यक्ति बैंकॉक पहुंच जाएगा।

सांस्कृतिक और पौराणिक जुड़ाव

थाईलैंड में राजा को राम कहा जाता है क्योंकि, राज परिवार अयोध्या नामक शहर में रहता है। ये स्थान बैंकॉक से करीब 50-60 किलोमीटर दूर है। यहां काफी संख्या में बौद्ध मंदिर हैं, जिनमें भगवान बुद्ध की विभिन्न मुद्राओं में मूर्तियां हैं। थाईलैंड के लोग बौद्ध होने के बावजूद अपने राजा को राम का वंशज होने के चलते विष्णु का अवतार मानते हैं। इसलिए थाईलैंड में एक तरह से राम राज्य है। वहां के राजा को भगवान राम का वंशज माना जाता है।

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थाईलैंड में 94 प्रतिशत आबादी बौद्ध धर्मावलंबी है। फिर भी वहां का राष्ट्रीय चिन्ह गरुड़ है। हिंदू पौराणिक कथाओं में गरुड़ को विष्णु की सवारी माना गया है। गरुड़ के लिए कहा जाता है कि वह आधा पक्षी और आधा पुरुष है। उसका शरीर इंसान की तरह का है, पर चेहरा पक्षी से मिलता है। उसके पंख हैं।

संभावनाएं अपार

हाल ही इंदौर में हुई दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में थाईलैंड, फ्रांस, मारीशस और कनाडा के काउंसलर शामिल हुए थे, जिन्होंने इंदौर में निवेश की उम्मीद जगाई है। ऐसे में थाईलैंड सरकार भी भारत से जुड़े रहना चाहती है क्योंकि, दोनों देशों के निवेशकों के लिए भी पर्यटन के क्षेत्र में निवेश करने की अपार संभावनाएं है।

यहां के लोगों के विचार थाईलैंड के लोगों से मिलते हैं। बौद्ध भी भारत से ही थाईलैंड गए थे।

इसके अलावा थाईलैंड आसियान ग्रुप भी भारत में निवेश करने के लिए तैयार है। इस कारण इंदौर से सीधे थाईलैंड की फ्लाइट चलने से दोनों देशों के बीच पर्यटन और निवेश के संंबंध गहरे होंगे, जिससे विकास की संभावनाएं भी बढ़ेंगी।