

Disclosure of Assets of IAS Officers : MP के 388 IAS अफसरों ने अचल संपत्ति का ब्यौरा दिया, 10% अभी बाकी!
Bhopal : मध्य प्रदेश के 388 आईएएस अधिकारियों ने अपनी अचल संपत्ति का जो ब्यौरा दिया, उसमें कई फैक्ट सामने आए। आईएएस अफसरों ने अपनी अचल संपत्ति और उससे होने वाली वार्षिक आय का ब्यौरा केंद्र सरकार को दिया। केंद्रीय कार्मिक और प्रशिक्षण मंत्रालय (डीओपीटी) को दिए गए ब्यौरे में अफसरों ने बताया है कि उनके नाम किस तरह की प्रॉपर्टी है, कहां है, उससे कितनी आय होती है और उसकी मौजूदा कीमत क्या है।
मध्यप्रदेश के आईएएस अफसरों में अपर मुख्य सचिव मनु श्रीवास्तव प्रॉपर्टी के मामले में अव्वल हैं। उनके नाम से 19.50 करोड़ रुपए मूल्य की प्रॉपर्टी है। कलेक्टरों में टीकमगढ़ कलेक्टर विवेक श्रोत्रिय आगे हैं। उनके पास 6.20 करोड़ की प्रॉपर्टी है। प्रदेश के 231 आईएएस अफसरों के पास खेती की जमीन है, जबकि 100 आईएएस अफसर ऐसे हैं जिनके पास न खुद का मकान है न प्लाॅट।
ऊर्जा विभाग के एसीएस नीरज मंडलोई साढ़े 3 लाख तक, एसीएस खेल एवं युवा कल्याण मनु श्रीवास्तव 6 लाख तो उच्च शिक्षा के एसीएस अनुपम राजन प्रॉपर्टी से 5 लाख रुपए तक कमाते हैं। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव संदीप यादव को प्रॉपर्टी से 90 हजार का लाभ होता है।
1992 बैच के पंकज अग्रवाल, 1994 बैच की रश्मि अरुण शमी, मनीष रस्तोगी और 1995 बैच के सचिन सिन्हा के नाम पर कोई संपत्ति का जिक्र नहीं है। जबकि, मप्र कैडर के करीब 10% आईएएस अफसरों ने संपत्ति का ब्यौरा नहीं दिया। इनमें अपर मुख्य सचिव व प्रमुख सचिव के अफसरों में वीएल कांताराव, नीलम शमी राव, अनिरुद्ध मुखर्जी, दीप्ति गौड़ मुखर्जी, उमाकांत उमराव, कैरोलिन खोंगवार देशमुख, ई-रमेश कुमार और नवनीत मोहन कोठारी आदि शामिल हैं।
संयुक्त हिंदू परिवार के कर्ता के रूप संपत्ति
जानकारी के मुताबिक, मुख्य सचिव अनुराग जैन की अचल संपत्ति मप्र के साथ उत्तर प्रदेश और राजस्थान में भी है। दिल्ली में पदस्थ आईएएस विवेक अग्रवाल के नाम 65 एकड़ कृषि भूमि, दो मकान, एक फ्लैट और व्यावसायिक संपत्ति है। सीनियर मनीष सिंह के पास 102 एकड़ जमीन हैं। विवेक अग्रवाल और सीनियर मनीष सिंह ने अपनी यह संपत्ति संयुक्त हिंदू परिवार के नाम से कर्ता के रूप में बताई है।
मध्य प्रदेश के 388 आईएएस अफसरों ने ब्यौरा दिया
31 दिसंबर 2024 की स्थिति के अनुसार मध्य प्रदेश कैडर के 388 आईएएस अफसरों ने प्रॉपर्टी का ब्योरा दिया है। इनमें चार अफसर रिटायर हो चुके हैं। प्रदेश के 231 आईएएस अफसरों के पास खेती की जमीन है। उप सचिव प्रताप नारायण यादव के पास सबसे अधिक खेती की जमीन है। अधिकतर जमीनें टीकमगढ़ जिले में है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में पदस्थ अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजेश कुमार कौल दूसरे नंबर पर हैं।
जम्मू कश्मीर में सड़क दुर्घटना में दिवंगत आईएएस टी धर्माराव के बेटे टी प्रतीक राव भी पैतृक संपत्ति के मामले में अन्य आईएएस अफसरों से आगे हैं। इनके पास 7 प्लाट, 2 फ्लैट और एक आफिस है जिसकी कीमत 8 करोड़ 40 लाख 26 हजार रुपए है। संपत्ति की जानकारी प्रतीक राव ने खुद दी है।
डीओपीटी की कार्मिक, लोक शिकायत, कानून और न्याय संबंधी स्थायी समिति की रिपोर्ट हाल ही संसद में पेश हुई। रिपोर्ट कहती है कि 2024 में देश के 91 आईएएस ने अचल संपत्ति का ब्यौरा पेश नहीं किया। समिति की सिफारिश है कि संपत्ति का ब्यौरा दाखिल न करने वाले अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।