Dismissed IAS Shashi Karnawat
Bhopal: भ्रष्टाचार के आरोप में बर्खास्त कोई IAS तंत्र साधना के जरिए न्याय पा सकने का भ्रम पाले तो क्या इसे सच माना जाना चाहिए? इस सवाल का जवाब कभी ‘हाँ’ में नहीं हो सकता, पर शशि कर्णावत का मानना है कि माँ पीताम्बरा देवी उन्हें न्याय दिलाएंगी। उनका जन्म नवरात्रि की पंचमी को हुआ था और वे बरसों से तंत्र साधना कर रही हैं। वे खुद को घोटाले के आरोप में बर्खास्त किए जाने से दुखी हैं। क्योंकि, उनका मानना है कि IAS लॉबी में मेरा कोई God Father नहीं था, इसलिए मेरे साथ अन्याय हुआ है।
बर्खास्त IAS शशि कर्णावत इन दिनों दतिया के पीतांबरा शक्ति पीठ में तंत्र-मंत्र में जुटी हैं। वे नवरात्रि के 9 दिन तक सिर्फ फलाहार लेकर तंत्र साधना कर रही हैं। उनका कहना है कि शशि उन्होंने लाभ, हानि, लाभ, यश, अपयश और क्रोध सब त्याग दिया। उनका किसी से कोई बैर भाव नहीं है और अब जो न्याय होगा वो पीताम्बरी माता करेंगी।
उल्लेखनीय है कि 1996 बैच की IAS शशि कर्णावत को मंडला में जिला पंचायत के CEO रहते हुए 1999-2000 में बड़े प्रिंटिंग घोटाले में दोषी पाया गया था। इस मामले में मंडला के Special Coart ने सितंबर 2013 में उन्हें घोटाले में दोषी पाते हुए 5 साल की सजा और 50 लाख का अर्थदंड दिया था। शशि कर्णावत को पद से भी बर्खास्त कर दिया था। मामला अभी हाईकोर्ट में लंबित है।
तंत्र साधना कर रही शशि कर्णावत ने बताया कि वे 2005 से यहां मंत्र दीक्षा के लिए आती रही हैं। वे रोज मां पीतांबरा की आराधना और सेवा करती हैं। कर्णावत ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि जिस प्रकार से मुझे प्रताड़ित कर मुझ पर आरोप लगाए गए, उसका फल एक न एक दिन पीतांबरा माँ सबको देंगी। उन्होंने बताया कि उनका जन्म नवरात्रि की पंचमी को हुआ था, इसी कारण वह मां की आराधना में रहती हैं।
शशि कर्णावत ने बताया कि वे हर साल मंत्र की प्राप्ति के लिए मंदिर में साधना करने आती हैं। उन्होंने क्रोध, हानि, लाभ, यश, अपयश आदि सामाजिक भावनाओं को त्याग दिया है और मां पीतांबरा की आराधना में लीन हैं।
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शशि कर्णावत ने कहा कि वे बर्खास्तगी के बाद पूर्व CM कमलनाथ से मिली थीं। इस दौरान उनकी कमलनाथ से लंबी बातचीत भी हुई। अब वे आगे राजनीति में सक्रिय रहेंगी या नहीं, यह सब पीतांबरा माँ की इच्छा पर है।
कर्णावत ने कहा कि कोई मेरी आवाज नहीं छिन सकता। मेरे विचार नहीं छिन सकता। नौकरी तो शासन की दी हुई थी, इसलिए झूठे आरोपों में फंसाकर मेरी नौकरी ली गई। लेकिन, मैं जानती हूं कि पीतांबरा मैया के दरबार में मुझे न्याय मिलेगा। उन्होंने बताया कि IAS लॉबी में कोई गॉडफादर होना चाहिए और मेरा कोई गॉडफादर नहीं था। इसी वजह से मेरी पेंशन भी रोक दी।