Dispute Between President and CMO: विवाद ने पकडा तूल,अध्यक्ष पति और अध्यक्ष ने CMO को दी जूता चप्पल से मारने की धमकी,CMO ने थाने में की शिकायत
राजेश चौरसिया की रिपोर्ट
छतरपुर: Dispute Between President and CMO: छतरपुर जिले में बकस्वाहा नगर परिषद में अध्यक्ष और CMO के बीच विवाद ने तूल पकड़ लिया है। अध्यक्ष पति और अध्यक्ष ने CMO को जूता चप्पल से मारने की धमकी दी है।
CMO ने इस संबंध में थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
छतरपुर जिले के बकस्वाहा नगर परिषद के अध्यक्ष और उनके पति द्वारा मुख्य नगर पालिका अधिकारी को जूते चप्पल से मारने धमकी दी गई है जिसकी शिकायत मुख्य नगर पालिका अधिकारी द्वारा थाने में दर्ज कराई गई है।
सीएमओ द्वारा दिये गये शिकायती आवेदन में नगर परिषद के स्टाफ द्वारा भी पूर्ण समर्थन करते हुये अपने हस्ताक्षर किये गये है।
CMO जीतेन्द्र नायक द्वारा थाने में दिये गये शिकायती आवेदन में बताया है कि अध्यक्ष कक्ष में अध्यक्ष द्वारा CMO सहित समस्त कर्मचारियों को बुलाया गया। दस मिनिट उपरान्त प्रधानमंत्री आवास और अतिक्रमण के संबंध में अध्यक्ष पति बृजगोपाल सोनी द्वारा चर्चा की गई। इसके अलावा कई अन्य मुददो पर भी चर्चायें शुरू हो गयी। इसके बाद CMO द्वारा वर्तमान में बुधवारा बाजार में सामुदायिक भवन का मुख्यमंत्री अधोसंरचना अन्तर्गत निर्माण कार्य चल रहा है जिसमें कमल सोनी द्वारा अतिक्रमण के संबंध में चर्चा की गई तो बृजगोपाल सोनी एवं अध्यक्ष किरन सोनी द्वारा आवेश में आकर सीएमओ जीतेन्द्र नायक को जूते चप्पल से मारने की सामूहिक तौर पर धमकी दी गई। उस समय मौके पर नगर परिषद के तमाम अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे।
आवेदन के मुताबिक इस घटना के बाद सीएमओ जीतेन्द्र नायक अध्यक्ष कक्ष से बाहर आ गये और सभी की सहमति के बाद उनके द्वारा अध्यक्ष पति बृजगोपाल सोनी एवं अध्यक्ष किरन सोनी के खिलाफ एक शिकायती आवेदन थाने में देते हुये कार्यवाही करने की मांग की है।
कार्यवाही ना होने के स्थिति में आधिकारी सहित सम्पूर्ण स्टाफ ने सामूहिक हडताल कर धरना प्रर्दशन करने की चेतावनी दी है।
बताया जाता है कि बीते रोज समाज भवन एवं स्कूल का निर्माण चल रहा है और जिसमें अध्यक्ष व उनके परिजनों द्वारा स्कूल के कमरे पर अवैध कब्जा कर निर्माण कार्य किया जा रहा है जिसकी शिकायत होने के कारण डीपीसी द्वारा एक जांच कमेटी का गठन किया गया था जिनके द्वारा जांच में अवैध कब्जा और निर्माण कार्य पाया गया जिसे रोकने का प्रयास किया गया लेकिन गठित टीम सफल नहीं हो सकी।
सूत्रों की माने तो राजनैतिक दवाव के चलते उक्त कन्या शाला की भूमि पर अतिक्रमणकारियों द्वारा अवैध रूप से कब्जा किया जा रहा है। अब इस मामले ने तूल पकड लिया है। ऐसी संभावना व्यक्त कि जा रही है कि आला अधिकारी इस मामले में हस्तक्षेप करते हुये उचित कार्यवाही करेगें।