सरकार की नीतियों से परेशान किसान संघ का चरणबद्ध आंदोलन का ऐलान

सरकार की नीतियों से परेशान किसान संघ का चरणबद्ध आंदोलन का ऐलान

उज्जैन से अजेंद्र त्रिवेदी की रिपोर्ट

उज्जैन: किसान संघ द्वारा समय-समय पर किसानों के लिए आवाज उठाई जाती है तथा आंदोलन किए जाते हैं। सरकार की नीतियों के कारण कई बार किसान को नुकसान भी उठाना पड़ता है।

इसका ताजा उदाहरण गेहूं का स्टॉक अचानक निकालने से किसान को प्रति क्विंटल ₹1000 का भाव कब मिलने लग गया, इन सभी नीतियों किसान की समस्या के लिए भारतीय किसान संघ द्वारा विभिन्न जिलों में आंदोलन किए जा रहे हैं।
भारतीय किसान संघ के भरत सिंह बेस, जिला अध्यक्ष दशरथ पंड्या व दिलीप त्रिवेदी ने बताया की किसानों को लूटा जा रहा है। सरासर हमारे साथ अन्याय हो रहा है। शोषित पीड़ित किसानों का जानबूझकर उसकी फसलों के दाम गिराए गए है। उसकी लागत के अनुसार मंडियों में गेहूं के भाव अच्छे मिल रहे थे लेकिन कुछ ऐसा ऐसा खेल हुआ और किसानों को बरबाद कर दिया।

सरकार ने अपना गेहूं खुले बाजार मे उतार दिया। निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया और गेहूं का भाव एक दम एक हजार रुपए टूट गए ।देश की आम जनता साल भर से मंहगा गेहूं और आटा खा रही थी जबसे सरकार को जनता की चिंता नहीं रही जब किसान के गेहूं की फसल आई तभी सरकार ने ऐसा खेल क्यों खेला।

यह वास्तव में देखा जाए तो किसान को बरबाद करने वाली नीति है, किसानों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
किसानों के साथ भ्रष्टाचार इतना बड़ा की हर विभाग लूट रहे है ।इसलिए किसान भाईयों हमारी लड़ाई हमें ही लड़ना पड़ेगी। भारतीय किसान संघ ही एक ऐसा संगठन है जो किसान हित की बात करता है। हमारे अधिकार के लिए सरकार को घेरता है और लड़ाई को लड़ता है परन्तु ताकत आपको दिखाना पड़ेगी। 17 मार्च को इन सभी विषयों के विरोध मे आगर जिला मुख्यालय पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन रखा गया है जो प्रांत के सभी 18 जिलों में होगा। जिसमें उज्जैन का धरना कृषि उपज मंडी उज्जैन में आयोजित होगा।