मनावर से स्वप्निल शर्मा की रिपोर्ट
Manawar : क्षेत्र के कई गांवों में आदिवासी ग्रामीणों को शासकीय उचित मूल्य की दुकानों, सेल्समैन व स्व सहायता समूह द्वारा मनमानी की जा रही है। ग्रामीण आदिवासी उपभोक्ताओं को निर्धारित राशन न देते हुए आदिवासियों के साथ धोखाधड़ी किए जाने की शिकायत सामने आई हैं। ऐसा एक मामला ग्राम पंचायत गुलाटी की शासकीय उचित मूल्य की दुकान के सेल्समैन के बारे में सामने आया। उसके द्वारा राशन वितरण में गड़बड़ी किए जाने की शिकायत की गई।
इसे लेकर जयस प्रमुख लालसिंह बर्मन ने ग्राम पंचायत गुलाटी के मजरा टेमरिया पुरा के आदिवासी ग्रामीणों को जिन्हें राशन कम दिया गया था, उन्हें साथ लेकर एसडीएम कार्यालय पहुंचे। उन्होंने एक आवेदन एसडीएम की अनुपस्थिति में तहसीलदार आरसी खतेड़िया को सौंपा। जिसमें कहा गया कि शासन द्वारा जून, जुलाई व अगस्त तीन महीने का राशन शासकीय उचित मूल्य की दुकान पर भेजा गया था।
लेकिन, सेल्समैन बल्लूसिंह ने एक माह का राशन ही ग्रामीण उपभोक्ताओं को देकर, तीन महीने के राशन के बाउचर रजिस्टर पर अंगूठे लगवाकर दो महीने के राशन की अफरातफरी की। ऐसा करके ग्रामीणों के साथ सेल्समैन धोखाधड़ी की। आवेदन में कहा गया कि दूरस्थ ग्रामीण आदिवासी अंचलों में स्व सहायता समूह के द्वारा शासकीय उचित मूल्य की दुकान का संचालन किया जा रहा है। उसमें भी व्यापक गड़बड़ी होने की शिकायतें मिली। इसकी भी जांच की जाए एवं ऐसे स्व सहायता समूह जो राशन वितरण प्रणाली के अनुरूप राशन वितरण नहीं कर रहे हैं, इनके विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाए। मनावर क्षेत्र के ग्रामीण अंचलों में जहां पर स्व सहायता समूह के द्वारा शासकीय उचित मूल्य की दुकानों का संधारण किया जा रहा है। जबकि, वहां पर एक व्यक्ति द्वारा करीब चार-पांच दुकानों का संचालन किया जा रहा है।
आशंका है कि इसमें खाद्य विभाग के अधिकारियों की भी सांठगांठ शामिल है। जयस के कार्यकर्ता विधानसभा क्षैत्र की प्रत्येक उचित मूल्य की दुकानों पर जाकर अब निगरानी रखेंगे । ग्रामीणों एवं जयस की मांग हैं, कि तत्काल उचित मूल्य की गुलाटी की जांच कर कार्यवाही की जाए व ग्रामीणों को उनका दो माह का बकाया राशन दिलाया जाए। साथ ही धोखाधड़ी करने वाले सेल्समैन के विरुद्ध जांच करके धोखाधड़ी के मामले की एफआईआर दर्ज कराई जाए।
यदि कार्यवाही नहीं हुईं तो जयस एव आदिवासी संगठन व ग्रामीण जन आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। जिसकी जवाबदारी शासन प्रशासन की रहेंगी। ज्ञापन का वाचन लालसिंह बर्मन ने किया।इस अवसर पर विक्रम केवड़ा, बलराम रवि टेमरिया पुरा, विवेक मांगीलाल, महेश पन्नालाल आदि ग्रामीण उपस्थित थे।