Doctor’s Negligence: डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप, मां की मौत पर बेटे ने की DM से शिकायत!

डॉक्टर ने आरोप को निराधार बताया,परिजनों ने मृतक मोहनबाई का कराया नेत्रदान!

1452

Doctor’s Negligence: डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप, मां की मौत पर बेटे ने की DM से शिकायत!

Ratlam : शहर के एक डॉक्टर पर उपचार में लापरवाही के आरोप लगे हैं। ये आरोप 72 वर्षीय मृतक मोहनबाई के बेटे सुनील गांधी ने लगाए हैं। डॉक्टर ने आरोप को निराधार बताया है।

सुनील गांधी का कहना हैं कि मैं अपनी माताजी को लेकर टीआईटी रोड़ स्थित डॉ राजेश पाटनी के क्लिनिक पर गया था, शाम 6-30 बजे डॉक्टर पाटनी को माताजी को दिखाया था। उपचार के दौरान डॉक्टर ने मेरी माताजी को खाली पेट इंजेक्शन लगवाए थे। डॉ ने कहा था कि ठीक नहीं होने पर अगले दिन फिर आ जाना, ट्रीटमेंट के बाद दर्द बढ़ गया। रात-भर नींद नहीं आ सकी। अगले दिन दोपहर 12 बजे, मैं फिर डॉक्टर पाटनी के क्लिनिक पर माताजी को लेकर पंहुचा तो डॉक्टर नहीं मिले, बताया गया कि वे शादी में गए थे। वह 1-30 बजे आए और माताजी को देखकर पूछा कि क्या हुआ, हमने बताया कि मां को आराम नहीं मिला।

सुनील ने बताया कि डॉक्टर के नहीं मिलने पर इसके पहले मेरे छोटे भाई ने राम मंदिर पर किसी अन्य डॉक्टर को दिखाया था। इस पर डॉक्टर पाटनी ने कहा कि यही इलाज तो मैं कर रहा हूं यह एक जैसा ट्रीटमेंट हैं। पूछने पर उन्होंने किसी अन्य डॉक्टर के पास नहीं जाने का कहा और माताजी को 2 इंजेक्शन और 1 छोटी बॉटल चढ़वा दी। 5 मिनट बाद महिला कम्पाउंडर से कहा कि बॉटल रोक दो, इन्हें अन्य हॉस्पिटल भेज रहे हैं। और अन्य निजी हॉस्पिटल में गेस्ट्रो के डॉक्टर को दिखाने का कहा, वह बोले की बची हुई बॉटल भी वही चढ़वा लेना मुझे शादी में जाना हैं।

सुनील ने बताया कि हमने माताजी को गेस्ट्रो के डॉक्टर को दिखाया और घर ले जाने के बाद रात्रि में 3-15 बजे माताजी को उल्टी, घबराहट हुई और उनकी मौत हो गई।

WhatsApp Image 2023 12 09 at 4.44.42 PM

सुनील का आरोप हैं कि डॉक्टर की लापरवाही की वजह से मेरी माताजी की मौत हो गई। डॉक्टर पाटनी समय पर बता देते की मुझसे केस नहीं संभल रहा हैं। आप अन्यत्र ले जाएं तो हम बाहर ले जा सकते।इस मामले में सुनील गांधी ने शहर के स्टेशन रोड थाने और कलेक्टर को आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की हैं।

बता दें कि सुनील गांधी शहर के प्रतिष्ठित व्यक्ति हैं, इतना सब होने के बाद भी उन्होंने मानवता की मिसाल दी और अपनी माताजी का नेत्रदान कराया।

क्या कहते हैं मृतक के बेटे
मेरी माताजी का स्वास्थ्य बिगड़ने पर मैंने डॉक्टर पाटनी को उन्हें दिखाया था। माताजी को केवल गैस प्राब्लम थी। डॉक्टर ने उपचार किया और माताजी का स्वास्थ्य बिगड़ा, पुनः दिखाया बाटल चढ़ाकर और इंजेक्शन लगाकर घर भेज दिया। इस दरम्यान उनकी मौत हो गई।

क्या कहते हैं डॉक्टर
इस मामले में मीडियावाला ने जब डॉक्टर पाटनी को बात की तो उनका कहना था कि मेरे द्वारा पहली बार मरीज को उपचार कर सकुशल घर भेजा गया था। दुबारा वह मेरे क्लिनिक आए थे, मैं एक शादी में गया था। इससे पहले इन्होंने और किसी डॉक्टर से उपचार कराया। मेरे पास वापस आने पर मैंने उपचार किया। मरीज पैदल चलकर वापस बाहर गए। उसके बाद क्या हुआ मुझे नहीं पता। मेरे उपर लगे आरोप निराधार हैं।
डॉक्टर राजेश पाटनी