Double Murder : वर्चस्व की लड़ाई में हुए दोहरे हत्याकाण्ड का फरार आरोपी पकड़ाया!
Ratlam : जिले के नामली थाना क्षेत्र में 21 मार्च की रात्रि में बांगरोद नेगड़दा मार्ग पर केशव व गजेन्द्र की हत्या के मामले में फरार चल रहे आरोपी दीपक (25) पिता शम्भुलाल गुर्जर निवासी ग्राम बिबड़ोद जिला रतलाम को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
बता दें कि नामली थाना क्षेत्र के बहुचर्चित इस हत्याकांड में 21 नामजद आरोपियों ने मिलकर 2 युवकों को मौत के घाट उतार दिया था। जिनमें से थाना प्रभारी नामली निरीक्षक विक्रमसिंह चौहान के नेतृत्व में थाने की विशेष टीम एवं सायबर सेल की टीम ने पूर्व में 18 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है एवं शेष फरार आरोपियों की तलाश करते हुए आरोपी दीपक पकड़ा गया।
इन 21 आरोपियों ने मिलकर पहले ग्राम बांगरोद से नेगड़दा पहुंच मार्ग के कच्चे रास्ते पर मोटरसाइकिल पर सवार केशव गुर्जर और गजेंद्र सिंह डोडिया को चार पहिया वाहनों से टक्कर मार घसीटा था। इसके बाद एकजुट होकर हॉकी, फावड़े और गेती से मारपीट कर हत्या को अंजाम दिया था। हत्या को सड़क हादसा दिखाने के लिए दोनों युवकों के शव को फोरलेन पर हादसे के रूप में रखकर और उनके मोबाइल भी तोड़कर डैमेज कर भाग गए थे। इससे पहले भी जेल में भी दोनों पक्षों के बीच मारपीट हुई थी और बाहर एक-दूसरे को धमकाने की घटना भी हुई थी। इसके अलावा यह गैंग रतलाम शहर में आए दिन शक्ति प्रदर्शन के नाम पर रैली निकालने का काम भी करती थी। लोगों से अवैध रूप से चंदा भी वसूलते थे।
आरोपियों का विश्वास ग्रुप संचालित हो रहा था। वहीं, मृतक युवकों का केसरिया ग्रुप संचालित था। जो कि धर्म और संस्कृति के नाम पर आए दिन वाहन रैली के माध्यम से शक्ति प्रदर्शन करती रहती है।
इस हत्याकांड का मुख्य मास्टरमाइंड हिस्ट्रीशीटर सूर्यपाल सिंह पडियार (29) निवासी ग्राम बड़ोदिया है जो अपनी धाक जमाने को लेकर जिले में गुंडागर्दी, अवैध वसूली करता है तथा एमसीएक्स के बुकियों के लेन-देन में उलझे हुए लोगों से रुपए घमकाकर वसूल कर अपना कमीशन लेता था। जो फिलहाल पुलिस की गिरफ्त में है। इसी हत्याकांड से जुड़ा मामला 3 दिन पहले नामली थाने में दर्ज हुआ था। जिसमें इसी ग्रुप के गुंडों द्वारा नामली के कर्णधार परिवार के सदस्यों के साथ मार-पीट की थी और जान से मारने की घमकी भी दी थी। सूर्यपाल सिंह पडियार द्वारा लाकडाउन के दौरान शहर के लोकेन्द्र टॉकीज चौराहे पर शहर के एक गुंडे सुनील सूर्या को दर्जनों गुंडों ने मिलकर मारा था उसके बाद सूर्यपाल सिंह पडियार शहर में चर्चा में आया था और विशेषकर एमसीएक्स बुकियों के लिए उनके उलझे हुए रुपयों की वसूली करता था और धीरे धीरे करोड़ों रुपयों में खेलने लगा।