राज्य प्रशासनिक सेवा और पुलिस सेवा की DPC हुई, लंबित जांच होने से 4 अफसरों के लिफाफे बंद

29 अधिकारियों को होगा IAS-IPS अवार्ड

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भोपाल: मध्यप्रदेश में राज्य प्रशासनिक सेवा और राज्य पुलिस सेवा के 29 अधिकारियों को इस साल आईएएस और आईपीएस अवार्ड होगा। इसके लिए कल UPSC के चेयरमैन प्रदीप कुमार जोशी की अध्यक्षता में डीपीसी संपन्न हुई।
राज्य प्रशासनिक सेवा के चार अधिकारियों की लंबित जांच के चलते लिफाफा बंद रखने का निर्णय लिया गया है जबकि 1994 बैच के विनय निगम,सुधीर कोचर, नियाज अहमद आदि का रास्ता आईएएस बनने के लिए साफ हो गया है।

डीपीसी की बैठक में यूपीएससी के चेयरमैन प्रदीप कुमार जोशी के साथ ही मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस सहित संबंधित अधिकारी मौजूद थे।

प्राप्त जानकारी के अनुसार इस डीपीसी में राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी एमपी नामदेव, विवेक सिंह, पंकज शर्मा और मनोज मालवीय के नाम का लिफाफा बंद कर दिया गया है और डीपीसी में इनका नाम क्लियर नहीं हुआ है।
ज्ञात रहे कि पिछली डीपीसी में भी विवेक सिंह और पंकज शर्मा का नाम क्लियर नहीं हुआ था। अन्य अधिकारी विनय निगम मामले में कोर्ट से जीत कर आए हैं इसलिए उनका इस बार नाम लगभग तय माना जा रहा है।

जो अधिकारी इस बार IAS बन रहे हैं उनके नाम हैं: सीएम के उप सचिव सुधीर कोचर के अलावा वरद मूर्ति मिश्रा, रानी बाटड़, चंद्रशेखर शुक्ला, त्रिभुवन नारायण सिंह, दिलीप कुमार कापसे, बुद्धेश वैद्य, अभय अरविंद बेडेकर, अजय देव, नियाज अहमद खान, नीतू माथुर, अंजू पवन भदौरिया और जमुना भिड़े।

राज्य पुलिस सेवा की DPC
इसी के साथ कल ही राज्य पुलिस सेवा से आईपीएस के 11 पदों के लिए भी डीपीसी हुई। बैठक में ACS गृह डा राजेश राजोरा, डीजीपी विवेक जौहरी भी मौजूद थे।

प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य पुलिस सेवा के अधिकारी प्रकाश चंद्र परिहार, निश्चल झारिया, रसना ठाकुर, संतोष कोरी, जगदीश डाबर, मनोहर सिंह मंडलोई, राम जी श्रीवास्तव, जितेंद्र सिंह पंवार, सुनील तिवारी,संजीव कुमार सिन्हा और संजीव कुमार कंचन के नाम क्लियर बताए जा रहे हैं, जिन्हें आईपीएस अवार्ड होने की संभावना है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अनिल मिश्रा और देवेंद्र सिरोलिया का मामला फिलहाल अटका बताया गया है।