
Dr. Himanshu Yajurvedi honored as Deputy Chief Warden of Civil Defence: मंदसौर जिले के लिए गौरव का क्षण
Mandsaur जिले के स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत डॉ. हिमांशु यजुर्वेदी को नागरिक सुरक्षा एवं आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए डिप्टी चीफ वार्डन ऑफ सिविल डिफेंस की मानद रेंक से सम्मानित किया गया। यह सम्मान आज जिला कलेक्टर श्रीमती अदिति गर्ग ने विशेष समारोह में प्रदान किया। उन्होंने डॉ. यजुर्वेदी को रेंक पहनाकर जिले और विभाग का गौरव बढ़ाया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गोविंद सिंह चौहान ने बताया कि डॉ. यजुर्वेदी ने राज्य होमगार्ड प्रशिक्षण केंद्र, भोपाल में नागरिक सुरक्षा एवं आपदा प्रबंधन विषय पर एक सप्ताह का मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा किया। उप पुलिस महानिरीक्षक श्री मनीष कुमार अग्रवाल द्वारा उन्हें प्रमाण पत्र भी प्रदान किया गया। खास बात यह है कि स्वास्थ्य विभाग मंदसौर के 60 वर्षों के इतिहास में और पूरे मध्य प्रदेश के प्रतिभागियों में डॉ. यजुर्वेदी पहले ऐसे चिकित्सक हैं जिन्हें यह सम्मान और मानद रेंक प्राप्त हुई है। वे वर्ष 2017 से लगातार नागरिक सुरक्षा और आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में सक्रिय हैं।
सिविल डिफेंस विभाग, भारत सरकार के गृह मंत्रालय का उपक्रम है, जिसकी स्थापना 1962 में हुई थी। इसका मुख्य उद्देश्य युद्ध, आपदा, आपातकालीन स्थितियों और अन्य विषम परिस्थितियों में आम नागरिकों की सुरक्षा और जान बचाना है। साथ ही, जिला प्रशासन के साथ मिलकर नागरिक सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाना भी इसका लक्ष्य है। जिले में सिविल डिफेंस के प्रमुख जिला कलेक्टर होते हैं और इसी क्रम में आज यह रेंक सेरेमनी सम्पन्न हुई।
कलेक्टर श्रीमती अदिति गर्ग ने डॉ. यजुर्वेदी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उनका यह सम्मान जिले के युवाओं और स्वास्थ्यकर्मियों के लिए प्रेरणा है। ऐसे प्रयासों से न सिर्फ प्रशासनिक व्यवस्था मजबूत होती है, बल्कि आमजन में भी सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ती है।
डॉ. यजुर्वेदी की यह उपलब्धि मंदसौर जिले के लिए गर्व का विषय है और निश्चित ही यह नागरिक सुरक्षा व आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में नए मानक स्थापित करेगी।





