Drinking Water Crisis : चारों तरफ पानी ही पानी, फिर भी पीने के पानी का संकट!
Indore : भारी बारिश के कारण नर्मदा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा हैं। इसके चलते थर्ड फेज के पम्पों को एहतियात के तौर पर बंद कर दिया गया। क्योंकि, पूरा इलेक्ट्रिक सिस्टम डूब क्षेत्र में आ गया। नर्मदा का जल स्तर 155 फीट पर पहुंच गया। अब जल स्तर जैसे ही कम होगा थर्ड फेज के पम्पों को पूरी क्षमता से चालू किया जा सकेगा।
इसका असर शहर में भराने वाली पानी की टंकियों पर इसका असर दिखाई देगा। नर्मदा के कार्यपालन यंत्री संजीव श्रीवास्तव ने बताया फर्स्ट और सेंकड फेज में भी बिजली फॉल्ट के चलते पम्प बंद हो गए है इन्हें चालू करने के प्रयास किए जा रहे है। कुल मिलाकर शहर की ज्यादातर टंकियां पूरी क्षमता से नहीं भरी जा सकेगी। फिलहाल कुछ दिन जनता को थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता हैं।
शहर में दो दिन से पानी बरस रहा है। हर तरफ पानी ही पानी है। लेकिन शहरवासियों को पानी की समस्या से जूझना पड़ेगा। इंदौर में टंकियां पूरी क्षमता से नहीं भर सकेंगी। नर्मदा का जलस्तर बढ़ने से थर्ड फेज के 180 एमएलडी पंप बंद हो गए।
बिजली की आपूर्ति भी प्रभावित
शुक्रवार शाम से शनिवार सुबह तक अत्याधिक बारिश, मौसम बिगड़ने से इंदौर शहर वृत्त के 525 में से 11 केवी के 41 फीडरों से बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई। 14 जगह लाइनों पर पेड़, बड़ी शाखाएं गिरने की स्थिति निर्मित हुई। सात स्थानों पर तार, केबल टूटे। प्रभावित क्षेत्रों की बिजली आपूर्ति व्यवस्था एक घंटे से अधिकतम तीन घंटे में बहाल की गई। इस दौरान 350 कर्मचारी, अधिकारी कार्य पर लगे।
मप्र पश्चिम क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक अमित तोमर हर घंटे का अपडेट लेते रहे। शहर के 30 जोन पर शुक्रवार शाम से शनिवार सुबह 11.30 तक 1400 से ज़्यादा व्यक्तिगत शिकायतों फ्यूज ऑफ कॉल (एफओसी) का जोन की टीमों ने भी समाधान किया। सुभाष चौक जोन के तहत कबूतरखाना और नार्थ तोड़ा क्षेत्र में अत्यधिक जलजमाव होने पर सुरक्षा कारणों से तीन ट्रांसफार्मर से बिजली आपूर्ति बंद की गई है, स्थिति सामान्य होने पर आपूर्ति सुचारू कर दी जाएगी।