पश्चिमी चक्रवात के चलते उत्तर भारत में अभी टला नहीं है भूकंप का खतरा
दिनेश सोलंकी की खास रिपोर्ट
पश्चिमी विक्षोभ के चलते उत्तर भारत सुरक्षित नहीं कहा जा सकता। जिस तरह लगातार विक्षोभ के चलते उत्तर भारत में बारिश, बर्फ़बारी में 6. 6 का भूकंप आया है इसका खतरा अभी टला नहीं है। अभी जिस तरह से अफगानिस्तान पाकिस्तान में पश्चिमी विक्षोभ चक्राकार होकर भारत की ओर खिसक रहा है उससे भूकंप, भू स्खलन की सम्भावना बन सकती है जिससे नागरिकों को सचेत रहने की ज़रूरत है।
सेटेलाइट से पता चलता है की अफगानिस्तान-पाकिस्तान में चक्रवात स्टाईल में विक्षोभ उत्तर भारत की ओर अगले 24 से 36 घंटे में दाखिल होगा जो तेज़ बारिश, बर्फ़बारी की स्थिति कश्मीर, हिमांचल, लद्दाख, उत्तराखंड में पैदा कर सकता है।
यह उल्लेखनीय है कि फरवरी-मार्च माह में लगातार विक्षोभ के चलते उत्तर भारत भूकंप की चपेट में आ रहा है। हाल ही में आया भूकंप से सचेत रहने की ज़रूरत है। उत्तर भारत में बारिश पर्वतीय इलाकों के अलावा दिल्ली, पंजाब, हरियाणा को भी चपेट में ले सकती है।
अभी मध्य प्रदेश के उत्तरी भाग में भी बादल बारिश की स्थिति दिखाई दे रही है। इंदौर-भोपाल, रतलाम, देवास आदि में भी दो दिन और बादल छाएंगे।