EC Accused of Vote Theft : राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर वोट चोरी के आरोप लगाए, कहा कि यहां तो अपायर ही दूसरी टीम का!

चुनाव आयोग ने राहुल गांधी से आरोपों के बारे में हलफनामा देने और हाईकोर्ट में चुनौती देने को कहा!

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EC Accused of Vote Theft : राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर वोट चोरी के आरोप लगाए, कहा कि यहां तो अपायर ही दूसरी टीम का!

New Delhi : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को फिर चुनाव आयोग पर चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र चुनाव में जमकर धांधली की गई। जबकि, एग्जिट पोल का इशारा कुछ और था और नतीजे कुछ और आए। उन्होंने चुनाव आयोग पर वोट चोरी का आरोप लगाया। कहा कि महादेवपुरा विधानसभा सीट के आंकड़े दिखाए और दावा किया कि इस तरह वोटों की चोरी हो रही है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों के सवालों के जवाब दिए।

राहुल गांधी ने कहा कि एक बात साफ समझनी होगी कि जब तक चुनाव आयोग और वोटर लिस्ट कंप्रोमाइज्ड है, तब तक न ईवीएम से कुछ होगा और न बैलेट पेपर से होगा। चुनाव आयोग अगर निष्पक्ष है और बैलेट पेपर से चुनाव हो तो हो सकता है। मगर यहां तो अपायर ही दूसरी टीम का है।

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राहुल गांधी ने महाराष्ट्र चुनाव में चुनाव आयोग और बीजेपी की मिलीभगत से वोटिंग में गड़बड़ी का आरोप लगाया। चुनाव आयोग ने राहुल गांधी से आरोपों के संबंध में हलफनामा देने और केवल हाईकोर्ट में चुनौती देने को कहा है। राहुल गांधी का दावा है कि महाराष्ट्र में 40 लाख से अधिक संदिग्ध वोटर थे।

राहुल गांधी ने गुरुवार को फिर चुनाव आयोग पर इलेक्शन में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया। राहुल गांधी के इन आरोपों पर चुनाव आयोग ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। आयोग ने राहुल गांधी से उनके आरोपों को लेकर हलफनामा देने को कहा है। आयोग ने राहुल गांधी के आरोपों को काफी गंभीर भी बताया है। आयोग ने कहा कि इन आरोपों को केवल हाईकोर्ट में चुनौती दी जा सकती है।

राहुल गांधी ने गुरुवार को कहा कि महाराष्ट्र चुनाव में धांधली की गई। एग्जिट पोल कुछ और नतीजे कुछ और थे। महाराष्ट्र में 40 लाख से ज्यादा संदिग्ध वोटर थे। चुनाव आयोग इन लोगों को क्यों बचा रहा है। फर्जी तरीके से वोटिंग हो रही थी। चुनाव आयोग और बीजेपी की मिलीभगत है। चुनाव आयोग वोटिंग के इलेक्ट्रॉनिक डेटा क्यों नहीं देता।

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राहुल गांधी ने आगे कहा कि महाराष्ट्र के नतीजों ने वोट चोरी की आशंका को मज़बूत किया। क्योंकि, पांच महीने में पांच सालों से ज़्यादा वोटर जोड़े गए। पांच बजे के बाद बड़ी संख्या में मतदान किया गया। इसको लेकर हमनें चुनाव आयोग के सामने बात रखी। लेकिन, चुनाव आयोग हमें डिजिटल वोटरलिस्ट देने से इंकार करता है। इसके बाद हमारी टीम ने 6 महीने तक कागजातों को खंगाला उसके बाद हमने ये सबूत सामने लाए हैं।

उन्होंने आगे कहा कि हमारे आंतरिक सर्वे में कर्नाटक में हम 16 सीटें जीत रहे थे। लेकिन, हकीकत में केवल 9 सीटें जीती। जब हमने बेंगलुरु सेंट्रल लोकसभा सीट पर छानबीन की तो पता चला केवल एक विधानसभा सीट महादेवपुरा के भारी अंतर से बीजेपी ने लोकसभा सीट जीत ली। इस विधानसभा सीट पर एक लाख फर्जी वोटर बनवाए गए।