ECI New Guidelines: PHQ खंगाल रहा अफसरों की 4 साल की पोस्टिंग का रिकॉर्ड,ग्वालियर, शिवपुरी और श्योपुर SP का हो सकता है तबादला

कई IPS और राज्य सेवा के पुलिस अधिकारी आयेंगे ECI की परिधि में 

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ECI New Guidelines: PHQ खंगाल रहा अफसरों की 4 साल की पोस्टिंग का रिकॉर्ड,ग्वालियर, शिवपुरी और श्योपुर SP का हो सकता है तबादला

 

भोपाल: इलेक्शन कमीशन आॅफ इंडिया के एक पत्र में कई पुलिस अफसरों की धड़कने बढ़ा दी है। इस पत्र में लोकसभा के आम चुनाव में अधिकारियों के स्थानांतरण और तैनाती को लेकर पद सहित स्पष्ट कर दिया है। इस पत्र के बाद पुलिस मुख्यालय रेंज में पदस्थ एडीजी से लेकर जिलों में पदस्थ डीएसपी-सीएसपी तक के अफसरों की पिछले चार साल की पोस्टिंग का रिकॉर्ड खंगाल रहा है।

दरअसल निर्वाचन आयोग ने बुधवार को एक पत्र जारी कर यह स्पष्ट किया कि पुलिस में रेंज एडीजी, आईजी, डीआईजी, पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, डीएसपी-सीएसपी रेंक के अफसर जिन्हें एक ही संसदीय क्षेत्र में पिछले चार साल में तीन साल हो गए हैं, उन्हें हटाया जाएगा। साथ ही गृह जिले में किसी को पोस्टिंग नहीं दी जाएगी। इस गाईड लाइन के बाद अब सबसे ज्यादा असर डीआईजी, पुलिस अधीक्षकों से लेकर एएसपी और डीएसपी-सीएसपी पर पड़ेगा।

पुलिस मुख्यालय ने इन सभी अफसरों की पोस्टिंग के रिकॉर्ड को खंगालना शुरू कर दिया है। इस रिकॉर्ड के बाद डीआईजी से लेकर सीएसपी तक के तबादले होंगे। एएसपी लेकर डीएसपी-सीएसपी सबसे ज्यादा इस नई गाईड लाइन के दायरे में आ रहे हैं। इसके चलते राज्य पुलिस सेवा के कई अफसरों के जल्द ही तबादले हो सकते हैं।

गुना, ग्वालियर, मुरैना संसदीय क्षेत्र के अफसर होंगे प्रभावित

इस गाईड लाइन के तहत ग्वालियर एसपी राजेश सिंह चंदेल प्रभावित हो सकते हैं। वे इससे पहले शिवपुरी में पदस्थ रहे और अब ग्वालियर एसपी के पद पर हैं। ग्वालियर लोकसभा क्षेत्र में शिवपुरी जिले की करैरा और पोहरी विधानसभा आती है। वहीं शिवपुरी एसपी रघुवंश कुमार सिंह भदौरिया इससे पहले अशोक नगर के पुलिस अधीक्षक रहे, अब वे शिवपुरी के एसपी हैं। शिवपुरी और अशोक नगर जिले के विधानसभा क्षेत्र गुना लोकसभा में आते हैं। इसी तरह श्योपुर जिल के एसपी राय सिंह नरवरिया इससे पहले मुरैना में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के पद पर पदस्थ थे। श्योपुर जिले के विधानसभा क्षेत्र मुरैना लोकसभा में आते हैं।

कुछ डीआईजी भी इस दायरे में

वहीं कुछ डीआईजी रेंक के अफसर भी इस इस दायरे में हैं। वे जब पुलिस अधीक्षक होते थे, तो डीआईजी रेंज के अंतर्गत आने वाले जिले में बतौर एसपी पदस्थ थे, अब वे पदोन्नत होकर डीआईजी भी उसी रेंज में हो गए, जिस जिले में वे पहले एसपी थे। ऐसे अफसरों का भी तबादला होगा।