
ED Arrested Kamal Rathore: 20 करोड़ 47 लाख रुपए के गबन के मास्टरमाइंड कमल राठौड़ को अब ED ने किया गिरफ्तार
– राजेश जयंत
ALIRAJPUR: जनजातीय बहुल अलीराजपुर जिले के कट्ठीवाड़ा बीईओ कार्यालय में 20 करोड़ 47 लाख रुपये से ज्यादा के वित्तीय गबन कांड का मुख्य आरोपी सहायक लेखापाल कमल राठौड़ को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गिरफ्तार कर लिया है। करीब डेढ़ महीने पहले ईडी ने उनके आलीराजपुर स्थित घर पर छापा मारा था और कई अहम दस्तावेजों को जब्त किया था। अब राठौड़ को रिमांड पर लेकर गहन पूछताछ की जाएगी।मामले में पहले अलीराजपुर पुलिस ने किया था अरेस्ट, जमानत पर बाहर था.
*मामले की पृष्ठभूमि:*
2018-19 से 2023-24 के बीच कट्ठीवाड़ा खंड शिक्षा कार्यालय में फर्जी बिल बनाने और सरकारी धन की हेराफेरी के जरिए 20 करोड़ 47 लाख 12 हजार 727 रुपए का गबन हुआ। कोष व लेखा विभाग की जांच में पता चला कि इस दौरान फर्जी भुगतान के लिए 135 से अधिक बैंक खाते उपयोग में लाए गए, जिनमें से 35 खाते राठौड़ और उनके रिश्तेदारों के नाम पर थे। गबन की राशियां पेंशन, वेतन, एरियर, छात्रवृत्ति के नाम पर निकाली गईं।
ED, Indore has arrested Kamal Rathore, the main conspirator of crime related to fraudulent passing of bills and siphoning off the Government funds from the Treasury of “Block Education Office (BEO), Katthiwada, Alirajpur, Madhya Pradesh”.
— ED (@dir_ed) August 8, 2025
*जांच और कार्रवाई:*
– 2023 की अगस्त में कोष एवं लेखा विभाग की जांच के बाद पुलिस ने धोखाधड़ी, आपराधिक विश्वासघात, जालसाजी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में केस दर्ज किया।
– कमल राठौड़ को पहले भी गिरफ्तार किया गया था, पर बाद में जमानत मिली।
– 24 जून 2025 को ईडी ने उनके घर पर छापा मारा और तीन बैंक खातों को फ्रीज किया, जिसमें 25 लाख रुपये जमा थे।
– 10 जुलाई 2025 को ईडी ने राठौड़ की गिरफ्तारी की पुष्टि की।
– पुलिस द्वारा दर्ज मामले में फिलहाल सभी आरोपी जमानत पर बाहर हैं, पुलिस उनकी जमानत रद्द कराने की प्रक्रिया में है।
– ईडी की इस कार्रवाई से जांच की गहराई बढ़ने और और अधिक गिरफ्तारी होने की संभावना है।
*मामले पर एक नजर:*
1. 20 करोड़ 47 लाख रुपये से अधिक का गबन 2018-24 के बीच हुआ।
2. 135 से ज्यादा फर्जी खातों में धन हस्तांतरण।
3. प्रमुख आरोपी सहायक लेखापाल कमल राठौड़ और उनके रिश्तेदार शामिल।
4. फर्जी बिल पेंशन, वेतन, छात्रवृत्ति के नाम पर बनाए गए।
5. 6 आरोपितों पर केस दर्ज, जिनमें 3 खंड शिक्षा अधिकारी, 2 लेखापाल, 1 प्रधानाध्यापक शामिल हैं।
6. पुलिस ने प्राथमिकी में आईपीसी की धारा 420, 409, 467, 468, 471, आईटी एक्ट की धारा 74, और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 13(क)(ख) लगाई।
7. ईडी ने 25 लाख रुपए संबंधी बैंक खाते फ्रीज किए।
इस मामले की जांच अब ईडी की गहराई से हो रही है और जल्द ही और खुलासे हो सकते हैं। इधर पुलिस भी आरोपितों की जमानत रद्द करवाने के प्रयास में लगी है।
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