शिक्षा वह माध्यम है जिससे शान्ति और क्रांति दोनों हो सकती है – –
मंदसौर । आरम्भिक शिक्षा व्यक्तित्व निर्माण करने का सशक्त आधार बनती है । यही शिक्षा समाज में शांति और जरूरत पड़ने पर क्रांति का माध्यम बनती है , ये उद्गार व्यक्त किये महामंडलेश्वर एवं वामदेव ज्योतिर्मठ वृंदावन के अधिष्ठाता स्वामी श्री अनंत देव गिरि जी महाराज ने ।
आप सोमवार को अभिनंदन नगर स्थित विबोध प्रीस्कूल अवलोकन के बाद संबोधित कर रहे थे ।
स्वामीजी ने कहा वर्तमान में शास्त्रों के साथ शस्त्र ज्ञान भी होना चाहिए ।
बालकों को संस्कार , संस्कृति , अनुशासन के साथ क्रियात्मक गतिविधियों से भी अवगत कराया जाना होगा ।
बालमन की जिज्ञासाओं का उत्तर और समाधान ही उसे निपुणता प्रदान करेगा । स्वामीजी ने विबोध स्कूल अवलोकन में अपने बचपन को भी स्मरण किया और कहा कि अब बच्चों के लिए बहुत साधन और उपकरण हैं पर पहले स्लेट और खड़िया , पेंसिल से टाट पट्टी पर बैठ पढ़ाई होती थी ।
आपने अभिभावकों और शिक्षकों से कहा कि पीढ़ी निर्माण में सबसे अहम भूमिका आपकी है , यह दायित्व से निभाएं श्रेष्ठ परिणाम मिलेंगे ।
माता – पिता बच्चों को कम अवस्था में जल्दी स्कूल भेज कर जिम्मेदारी से बच नहीं सकते , उन्हें ध्यान भी देना होगा और वातावरण भी देना होगा ।
विद्यालय प्रबंधन को कहा अच्छा कार्य है , संकल्प , निष्ठा और समर्पण ने इसे करें अवश्य सफलता मिलेगी ।
स्वामीजी ने विबोध स्कूल में कक्षाओं को देखा , खिलौने , सिटिंग व्यवस्था , प्रिंसिपल कक्ष , प्रकाश एवं जल व्यवस्था , स्टॉफ , पढ़ाई आदि की रुचिपूर्वक जानकारी प्राप्त की और संतोष व्यक्त करते हुए सराहना की ।
विबोध स्कूल में अभिभावक श्री श्याम सुंदर चौधरी , समाजसेवी श्री प्रदीप देवड़ा , स्कूल प्रबंधक श्री गौरव सोनी , श्री प्रवीण देवड़ा , श्रीमती नीतू तंवर , श्री अक्षय राजेश देवड़ा सहित अन्य ने स्वागत किया ।
वरिष्ठ पत्रकार डॉ घनश्याम बटवाल , डायरेक्टर अभिषेक बटवाल , प्रिंसिपल श्रीमती श्रुति बटवाल , वैद्य ललित बटवाल , राजेश तिवारी , अरुण गौड़ , अमिष बटवाल एवं गणमान्य जन उपस्थित थे ।
विबोध स्कूल डायरेक्टर अभिषेक बटवाल एवं प्रिंसिपल श्रीमती श्रुति बटवाल ने महामंडलेश्वर स्वामी श्री अनंतदेव गिरि जी महाराज का सम्मान किया और स्कूल फोल्डर भेंट किया ।