मौसम का असर:3 दिन तक वायरल का असर, अस्पतालों में मरीजों की भीड़
भोपाल। मौसम में रोज हो रहे बदलाव से लोग बीमार हो रहे हैं। भोपाल में जेपी और हमीदिया समेत अन्य निजी अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। सर्दी-जुकाम, गले में दर्द, खराश, तेज बुखार, बदन दर्द के लक्षण ज्यादातर मरीजों में देखने मिल रहे हैं। स्कूल, कॉलेजों में परीक्षा चल रही हैं, ऐसे में बच्चों के बीमार होने से अभिभावकों की चिंता बढ़ रही है। बच्चों के साथ युवा, बुजुर्ग भी वायरल बुखार से पीड़ित हैं। कई मरीजों में 3 दिन तक तेज बुखार भी रह रहा है। इस सबके बीच विशेषज्ञ सलाह दे रहे हैं कि समय पर दवाइयां लें।
0 कमजोर इम्युनिटी वालों को खतरा ज्यादा
विशेषज्ञों के अनुसार ज्यादातर मरीजों में कॉमन कोल्ड वायरस का ही असर है। समय पर उपचार से मरीज को आराम मिल जा रहा है। लेकिन डायबिटीज, हायपर टेंशन, अस्थमा समेत अन्य रोगों से पीड़ित मरीज, बुजुर्ग, बच्चे व कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले अन्य मरीजों को वायरल बुखार का समय पर इलाज नहीं मिल पाता है तो निमोनिया का खतरा बढ़ जाता है।
0 ये सावधानी बरतने की सलाह
शहर में बड़ी संख्या में लोगों के बीमार होने के पीछे विशेषज्ञ दिन व रात के तापमान की असामानता को कारण बता रहे हैं। उनका कहना है कि तापमान की ये असामानता वायरस के पनपने के लिए अनुकूल है। यही कारण है कि बड़ी संख्या में लोग कोल्ड वायरस से प्रभावित हो रहे हैं। मौसम संतुलित होने तक लगभग पंद्रह से बीस दिन ये समस्या रह सकती है। रात में ठंडक बनी हुई है, ऐसे में विशेषज्ञों की सलाह है कि ठंड से बचें। आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक, लस्सी व अन्य ठंडी खाद्य सामग्री
न खाएं।