चुनाव आयोग ने बुलाई राजनीति दलों की बैठक, कांग्रेस बोली अनियमितता हुई, मतदाता सूची पुनरीक्षण तिथि बढ़ाए

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चुनाव आयोग ने बुलाई राजनीति दलों की बैठक, कांग्रेस बोली अनियमितता हुई, मतदाता सूची पुनरीक्षण तिथि बढ़ाए

 

भोपाल: विधानसभा चुनाव के पूर्व मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने चुनावी तैयारियों के सिलसिले में राजनीति दलों के प्रतिनिधियों से बात करने बैठक बुलाई थी। बैठक में कांग्रेस, भाजपा सहित छह मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि शामिल हुए। कांग्रेस की ओर से पहुंचे प्रतिनिधि जेपी धनोपिया ने मतदाता सूची पुनरीक्षण 2023 के कामों में अनियमितताएं होने का आरोप लगाते हुए पुनरीक्षण कार्य की तिथि बढ़ाए जाने की मांग की। भाजपा और अन्य राजनीति दलों के प्रतिनिधियों ने भी मतदाता सूची पुनरीक्षण के कार्य के दौरान कई मतदाताओं के नाम अब तक नहीं जोड़े जाने की शिकायत की।
कांग्रेस पार्टी की ओर से चुनाव आयोग की राजनीतिक दलों के साथ हुई बैठक में पहुंचे प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं प्रभारी चुनाव आयोग जेपी धनोपिया ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से कहा कि प्रदेशभर में मतदाता सूची के पुनरीक्षण की कार्यवाही चल रही है। इसमें 23 जून तक घर-घर जाकर बीएलओ को मतदाता सूची के सत्यापन का कार्य करना है। उन्होंने शिकायत की कि बीएलओ घर-घर नहीं जा रहे है। बीएलओ ने इन मतदाता सूची के कार्य के संबंध में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को भी कोई सूचना नहीं दी है और न ही उनका कोई सहयोग इस काम में लिया जा रहा है।भाजपा नेताओं के दबाव में मतदाता सूची में बीएलओ द्वारा अपने स्तर पर बिना बीएलओ की जानकारी के ही मतदाता सूचियों में बड़े स्तर पर अनियमितताएं की गई तथा हजारों की संख्या में फर्जी, अपात्र मतदाताओं के नाम मतदाता सूचियों में जोड़ने और हटाने की शिकायतें प्राप्त हो रही है।कांग्रेस ने पूर्व में भी इस तरह की काफी शिकायतें की है। उन्होंने मतदाता सूची में नाम जोड़ने और हटाने के लिए प्राप्त आवेदन चुनाव आयोग की बेवसाईट पर अपलोड करने की मांग की है। साथ ही जिन मतदाताओं के नाम विलोपित किए गए है उनकी सत्यता के संबंध में बीएलओ से प्रमाणपत्र प्राप्त किए जाए ताकि वस्तुस्थिति का अवलोकन किया जा सके। उन्होंने मतदाता सूचियों में हुई गड़बड़ी की जांच के लिए एक कमेटी गठित करने और कांग्रेस प्रतिनिधियों को सूचना नहीं देने वाले बीएलओ के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करने की मांग की है। संविदा कर्मियों को बीएलओ के काम से मुक्त कर केवल शासकीय कर्मचारियों को यह जिम्मेदारी दिए जाने की मांग भी उन्होंने की है।
बैठक में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों को बताया कि मतदाता सूची का द्वितीय संक्षिप्त पुनरीक्षण चल रहा है। प्रदेश में 8 करोड़ 65 लाख की आबादी है। इनमें से 5 करोड़ 39 लाख 87 हजार मतदाता है। 30 से 39 वर्ष की आयु के बीच के सर्वाधिक 1 करोड़ 44 लाख मतदाता है और युवा मतदाता जो अठारह से 19 वर्ष के बीच के है उनकी संख्या 11 लाख 81 हजार 747 है। कुल मतदाताओं में से 2 लीाख 80 हजार पुरुष और 2 लाख 60 हजार महिला मतदाता है।
नाम जोड़ने हटाने अब तक 42 लाख आवेदन मिले- मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि अब तक नाम जोड़ने हटाने, संशोधन के लिए 42 लाख 89 हजार 222 आवेदन मिले है इसमें 5 लाख 38 हजार 692 फार्म छह, 2 लाख 82 हजार 656 फार्म सात और 34 लाख 67 हजार 874 फार्म आठ प्राप्त हुए है। प्रदेश में 64 हजार 100 मतदान केन्द्र है। प्रति बारह सौ मतदाता पर एक मतदान केन्द्र रहेगा। सेवा मतदाताओं, कॉल सेंटर की जानकारी दी गई और राजनीति दलों से उनकी अपेक्षाओं पर भी चर्चा की गई।