Election Violence in West Bengal : दिग्विजय सिंह ने कहा ‘मैं ममता का प्रशंसक, पर चुनाव में हिंसा बर्दाश्त नहीं!’
New Delhi : पंचायत चुनाव की वोटिंग के दौरान पश्चिम बंगाल में जमकर हिंसा हुई। हिंसा को लेकर देशभर में राजनीति गरमा गई। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भी ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जा सकती। मैं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का प्रशंसक रहा हूं, लेकिन ये हालात लोकतंत्र के लिए अच्छे नहीं हैं।
दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर लिखा कि मैं ममता बनर्जी के दृढ़ संकल्प का प्रशंसक रहा हूं। लेकिन, बंगाल में जो हो रहा है वह डरावना है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। हम जानते हैं कि आपने (ममता बनर्जी) सीपीएम शासन में इसी तरह बहादुरी से हालात का सामना किया था। सोमवार को पश्चिम बंगाल में एक बार फिर से 697 बूथों पर मतदान कराया जा रहा है। इन बूथों पर दोबारा मतदान की घोषणा की गई थी। इन बूथों में से सबसे ज्यादा मतदान केंद्र मुर्शिदाबाद जिले के हैं।
20 जिलों में त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के दौरान करीब 18 लोगों के मारे जाने के एक दिन बाद सभी राजनीतिक दलों ने आरोप लगाया कि रविवार को उत्तर और दक्षिण बंगाल के कई हिस्सों में छिटपुट हिंसा जारी रही। शनिवार को हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 19 हो गई, जिससे 9 जून से लेकर अब तक मरने वालों की संख्या 38 हो गई है।
इससे पहले भाजपा के कई मंत्रियों ने पश्चिम बंगाल की हिंसा पर ममता सरकार को घेरा है। स्मृति ईरानी ने बंगाल हिंसा को लकेर कहा कि पश्चिम बंगाल में लोगों को उनके लोकतांत्रिक अधिकारों का दावा करने पर मार दिया जा रहा। कांग्रेस उसी टीएमसी से हाथ मिलाने जा रही है। जिस तरह से बंगाल के पंचायत चुनावों में लोकतंत्र की हत्या देख रहे हैं। क्या यह सब कांग्रेस को स्वीकार है!
शनिवार को हिंसा से प्रभावित पंचायत चुनावों में 2.06 लाख उम्मीदवारों के लिए 61,636 बूथों पर वोट डाले गए थे। राज्य में त्रि-स्तरीय पंचायत प्रणाली की 73,887 सीटों के लिए चुनाव हुए। सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने कई जिलों में हुई हिंसा में कांग्रेस, भाजपा और वाम दलों के शामिल होने का आरोप लगाया है। पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों में रविवार को पंचायत चुनावों में हुई हिंसा और अनियमितताओं के आरोपों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुए।