चुनाव छोटी पंचायत के और दांव पर बड़ी राजनैतिक प्रतिष्ठा!

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MP Panchayat Elections

चुनाव छोटी पंचायत के और दांव पर बड़ी राजनैतिक प्रतिष्ठा!

दिनेश सोलंकी की खास रिपोर्ट 

चुनाव सरपंच पद का है और महू तहसील की ग्राम पंचायत भाटखेड़ी भी बड़ी नहीं है, हां यहां कॉलोनी के विस्तार से इसका महत्व जरूर बढ़ जाता है। लेकिन यहां जो चुनाव हो रहे हैं उसने भाजपा के ही दो गुटों की प्रतिष्ठा को दांव पर लगा दिया है। एक विधायक उषा ठाकुर का समर्थित नेताओं का गुट है तो दूसरा कैलाश विजयवर्गीय के समर्थकों का माना जा रहा है। हालांकि कैलाश विजयवर्गीय चुनाव प्रचार में बिल्कुल नहीं आए हैं, मगर विधायक उषा ठाकुर के विरोधी नेता चुनाव मैदान में डटे हुए हैं। इसलिए इसे दीदी और भाई की लड़ाई की प्रतिष्ठा ही बताया जा रहा है।

रोचक तथ्य यह है कि कांग्रेस का कोई प्रत्याशी इस चुनाव में नहीं उतर पाया है बल्कि भाजपा के ही दो प्रत्याशियों को आमने-सामने उतारा गया है, जिन्हें लेकर एक-एक वोट भी कीमत रख रहा है।

महू तहसील के ग्राम पंचायत भाटखेड़ी में आज सरपंच पद के चुनाव होने जा रहे हैं। यह सीट पूर्व सरपंच मोहम्मद सेठ के आकस्मिक निधन के कारण खाली हुई थी। और इस सीट पर उनके ही पुत्र अजहर महमूद सेठ चुनाव लड़ रहे हैं जिनका चुनाव चिन्ह है चश्मा। दूसरी और भाजपा के ही राजाराम गुर्जर मैदान में हैं जिनका चुनाव चिन्ह गिलास है। अजहर सेठ की तरफ से कैलाश विजयवर्गीय समर्थक विष्णु प्रसाद शुक्ला तो राजाराम की तरफ से दीदी के खास पूर्व मंडल अध्यक्ष राय बहादुर तवर कमान संभाले हुए है।

अब इसमें और भी रोचक तथ्य यह है कि दीदी की ओर से खड़े प्रत्याशी राजाराम पहले कांग्रेसी थे और पूर्व विधायक अंतर सिंह दरबार के खास हुआ करते थे। अंतर सिंह दरबार ने पिछला चुनाव उषा ठाकुर के खिलाफ निर्दलीय लड़ा था और बाद में वह भाजपा में शामिल हो गए और कैलाश विजयवर्गीय का उनको साथ मिल गया। इधर राजाराम भी भाजपा में आ गए लेकिन वे दीदी के खास हो गए। अब हालात यह है की अंतर सिंह दरबार तो मोहम्मद सेठ के बेटे अजहर को समर्थन दे रहे हैं और उनके साथ भाजपा में आए राजाराम दीदी गुट से चुनाव लड़ रहे हैं।

गिलास भी बना प्रिय

गौरतलब है कि महू विधानसभा चुनाव में अंतर सिंह दरबार का चुनाव चिन्ह गिलास था, जो बीजेपी से लड़ रही दीदी से मुकाबला करने से उनकी आंख की किरकिरी बन गया था, वही गिलास अब पंचायत चुनाव में दीदी के प्रत्याशी राजाराम के पास होने से चहेता हो गया है।

मतदान धीमा शुरू हुआ

इधर आज सुबह चुनाव में मतदान की शुरुआत बहुत धीमी हुई है और यदि बारिश हुई तो गणित बिगड़ने की संभावना भी है। यानी शाम तक यदि मौसम साफ रहा तो ही मतदान बेहतर हो पाएगा अन्यथा परिणाम कुछ के कुछ भी निकल सकते हैं यानी दोनों गुटों की आशाओं पर तुषारापात भी हो सकता है। परिणाम 26 जुलाई को मतगणना से आयेंगे।