भोपाल.उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव की हलचल मध्य प्रदेश में भी दिखाई देने लगी है। उत्तर प्रदेश में अपने-अपने दल की सरकार बनवाने के लिए वहां के नेता वोट की चाह में मध्य प्रदेश के धार्मिक स्थलों पर भी पहुंच रहे हैं। पिछले एक साल में यूपी के कई नेता मध्य प्रदेश के कई सिद्ध मंदिरों में अपना माथा टेक चुके हैं।
चित्रकूट –
भगवान राम की तपोभूमि चित्रकूट में 2021 में योगी आदित्यनाथ का मार्च में दो बार दौरा हुआ। उसके बाद जुलाई और दिसंबर में हिदू एकता महाकुंभ में योगी आदित्यानाथ पहुंचे। चित्रकूट में कामदगिरि पर्वत की परिक्रमा के लिए उत्तरप्रदेश के कई नेता आते रहते हैं। चित्रकूट में ही पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी 2021 में पंहुचे थे, जिन्होने वहा कामदगिरी पवर्त की परिक्रमा कर जीत की कामना की। कांग्रेस महासचिव प्रिंयका गांधी ने भी चित्रकूट के रामघाट पर महिला शक्ति सम्मेलन किया और कामतानाथ के दर्शन किए। प्रियंका गांधी का 2021 में दो बार चित्रकूट दौरा हुआ।
पीताम्बरा पीठ दतिया
दतिया जिले के पीताम्बरा पीठ में 2021 की शुरूआत मार्च में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आए और पूजा अचर्ना की। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी अक्टूबर में दतिया पहुंची थी उन्होंने यहां पर पीताम्बरा पीठ में पूजा अर्चना की थी।
राम राजा सरकार के दर पर
वही राम राजा की नगरी ओरछा में भी उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश के नेताओं आना जाना लगा रहता है। यहा अखिलेश यादव ने प्रशिक्षण शिविर में हिस्सा लिया था।
इसलिए यहां पर भी सक्रियता-
इन मंदिरों को बहुत ही सिद्ध माना जाता है, वहीं ये सभी मंदिर उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे हुए भी माने जाते हैं। इन मंदिरों के आसपास का हिस्सा उत्तर प्रदेश के कई जिलों को प्रभावित करना है। उत्तरप्रदेश के तकरीबन 10 जिले मध्यप्रदेश से सटे हुए है। जिनमें आगरा, इटावा, जालौन, झांसी, ललितपुर, महोबा, बांदा, चित्रकूट, प्रयागराज, सोनभद्र शामिल है। इन जिलो की 50 के लगभग विधानसभा सीटे हैं।