28 करोड़ की वसूली को लेकर बिजली कंपनियां और नगरीय निकाय आमने-सामने

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28 करोड़ की वसूली को लेकर बिजली कंपनियां और नगरीय निकाय आमने-सामने

भोपाल: गर्मियों का मौसम है। इन दिनों बिजली की खपत बढ़ गई है। ऐसे में अब बिजली कंपनियां अपने पुराने बिलों की वसूली के लिए दबाव बना रही है। अब 28 करोड़ 58 लाख की वसूली के लिए बिजली कंपनियां और नगरीय निकाय आमने सामने है।

प्रदेश की तीनो वितरण कंपनियों मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी, पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी और पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनियों के करोड़ों रुपए के बिजली बिलों की उधारी प्रदेश के नगरीय निकायों पर बाकी है। अब इसकी वसूली के लिए जब बिजली कंपनियों ने नगरीय निकायों को नोटिस थमाया तो नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग विभाग ने चुंगी क्षतिपूर्ति की राशि में से इन बिलों की वसूली के लिए बिजली कंपनियों को जवाब देकर उनसे पूरा हिसाब मांग लिया है।
मध्यप्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी भोपाल का 46 नगरीय निकायों पर 5 करोड़ 4 लाख 77 हजार रुपया बाकी है।

वहीं पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी जबलपुर को 74 नगरीय निकायों से 11 करोड़ 59 लाख 83 हजार 196 रुपए की वसूली करना है। मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर को 105 नगरीय निकायों से 11 करोड़ 93 लाख 39 हजार 804 रुपए की वसूली करना बाकी है। जब बिजली कंपनी ने इन बकाया बिलों की वसूली के लिए नगरीय निकायों को नोटिस थमाया तो नगरीय प्रशासन विभाग ने बिजली कंपनियों चुंगी क्षतिपूर्ति की राशि के रुप में दिए गए भुगतान से इनका समायोजन करने और सभी नगरीय निकायों और नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग को भी इसकी जानकारी भेजने को कहा है।

ग्वालियर, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर रीवा पर है करोड़ों बाकी- नगर निगम इंदौर पर सर्वाधिक 6 करोड़ 19 लाख रुपए बाकी है। इसके बाद विदिशा पर 43 लाख रुपए, नगर निगम ग्वालियर पर 2 करोड़, नगर निगम उज्जैन पर एक करोड़, रीवा पर 1 करोड़ एक लाख, सिंगरौली पर 73 लाख रुपए ,विदिशा पर 43 लाख रुपए बाकी है।

इन निकायों पर दस लाख से अधिक बाकी

ग्वालियर, विदिशा, मुरैना, अशोकनगरउ, सीहोर, हरदा, राघोगढ़, गोहद, इंदौर, उज्जैन, नागदा, बड़वानी, रतलाम, आगर, बुरहानपुर, धार, झाबुआ, खातेगांव, शुजालपुर, कसरावद, मंदसौर, सोनकच्छ, श्यामगढ़, कुक्षी, जावरा,जबलपुर, रीवा, सिंगरौली, छिंदवाड़ा, कटनी, सागर, सतना, छतरपुर, शहडोल, खुरई, बालाघाट, धनपुरी, सिहोरा, टीकमगढ़, गाडरवाड़ा, सीधी, व्यौहारी, गढ़ाकोटा, मेहर, बीना इटावा पर दस लाख रुपए से अधिक का बिल बकाया था7