Electricity from Wet Waste : गीले कचरे से बिजली बनाने की तैयारी में निगम
Indore : डोर टू डोर कचरा संग्रहण में निकलने वाले गीले कचरे से अब निगम बिजली उत्पादित करने की योजना पर काम कर रहा है। बिजली के लिए शीघ्र ही देवगुराड़िया स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड पर बैंगलोर की कंपनी प्लांट लगा सकती है। सात साल पहले भी इस तरह की योजना बनाई गई थी, लेकिन किसी कारणवश योजना को मूर्त रूप नहीं दिया जा सका।
शहर में कचरा संग्रहण की 400 से अधिक गाड़ियां चलती है। जो घर-घर से गीला-सूखा कचरा अलग-अलग बॉक्स में ले रही है। यह कचरा ट्रेंचिंग ग्राउंड पर डम्प किया जाता है। रोजाना 300 से 350 टन गीला कचरा गाड़ियों में आता है। इस कचरे से वर्तमान में ट्रेंचिंग ग्राउंड में बायो सीएनजी का उत्पादन हो रहा है। इसके साथ ही कुछ कचरे से जैविक खाद भी तैयार की जा रही है। इस खाद का उपयोग निगम की नर्सरी में पौधों पर किया जाता है। यहां तैयार सीएनजी से 50 से अधिक बसें चलाई जा रही है। सूखे कचरे से निकलने वाले प्लास्टिक से बगीचों में आकर्षक सजावट की जाती है।
पूर्व निगम आयुक्त की योजना
पूर्व निगम आयुक्त मनीष सिंह ने डोर टू डोर कचरा संग्रहण की योजना शुरू कराई थी, तभी बिजली का प्लांट लगाने की योजना बनी थी। इसके लिए ट्रेंचिंग ग्राउंड में कुछ काम भी शुरू हुआ था, लेकिन तकनीकी कारणों से उसे विराम देना पड़ गया। निगम आयुक्त प्रतिभा पाल ने कहा कि गीले कचरे से बिजली उत्पादन की योजना लंबित है। इस पर गंभीरता से विचार चल रहा है। शीघ्र ही प्लांट लगाने की व्यवस्था की जाएगी।