Chhatarpur : एक घायल और बूढी हथिनी को दो लोग घुमा घुमा कर पैसे कमाते थे। जबकि, वह हथिनी इस लायक नहीं थी। लोगों ने हथिनी को देखकर वन विभाग को शिकायत की, जिस पर लम्बे समय बाद कार्रवाई हुई। महावत ने हथिनी के स्वस्थ होने के फर्जी कागजात भी बना रखे थे।
काफी दिनों से एक विकलांग हथिनी को उसके मालिक और भाड़े पर लाने वाले महावत के द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा था। इन्हें पहली बार 20 दिन पहले ईसानगर रोड पर देखा गया था और। वन मंडल अधिकारियों को लिखित आवेदन से इस बात की जानकारी दी गई थी। पर, कोई कार्यवाही नहीं की गई। उसके बाद महावत हाथी को लेकर रफूचक्कर हो गए जिनकी निरंतर तलाश की जा रही थी।
इस हथिनी को खरगापुर में देखा गया, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की गई। एक दिसम्बर को बड़ा मलहरा में इनके होने की जानकारी लगी। उसके बाद छतरपुर से गौ-सेवा परिवार उपचार टीम के शिवम राजपूत, शोभित गुप्ता, प्रिंस रैकवार, राज वर्मा, श्रेष्ठ जैन एवं रविराज सिंह बड़ा मलहरा रवाना हुए और डीएफओ छतरपुर को जानकारी दी गई।जिनके द्वारा बड़ा मलहरा रेंजर को अवगत कराया गया और दोनों को अरेस्ट करवाया गया। जहां अब इन पर कार्रवाई की जा रही है।
महावत का कहना है कि वह स्वास्थ्य है। जबकि, उसके फर्जी कागज दिए हुए हैं जिनमें फर्जी तरीके से सर्टिफिकेट बनाए गए हैं कि वह स्वस्थ है। मामले में देखा जाए तो हथिनी चलने लायक नहीं है। इसकी उम्र करीब 27 वर्ष बता रहे हैं। बचपन से विकलांग है खाने-पीने को अच्छे से मिल नहीं रहा है।