EMI of Fine : वाहनों के चालान अब किस्तों में भरने की सुविधा

ट्रैफिक पुलिस ने सड़क पर सख्ती के साथ रियायत भी दी

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Indore : पुलिस कमिश्नरी सिस्टम लागू होने के बाद से इंदौर ट्रैफिक पुलिस के कामकाज का तरीका ही बदल गया है। नियम तोड़ने वाले पुलिस की गिरफ्त से बच नहीं पा रहे। एक बार कोई वाहन चालक पकड़ाया तो पुलिस उसके पुराने चालानों का भी हिसाब निकाल लेती है। कई गाड़ियों के तो दर्जनभर से ज्यादा पुराने चालान सामने आ गए। ऐसे में उन्हें जुर्माने की राशि किस्तों में भरने की भी सुविधा दी जा रही है।

वाहन चालकों के साथ सख्ती करने के साथ ट्रैफिक पुलिस ने रियायत भी शुरू कर दी। यानी किसी वाहन चालक के बहुत से पुराने चालान अगर बाकी हैं, तो उसे किस्तों में जमा करने की रियायत भी दी जा रही है। यातायात विभाग का प्रभार जब से पुलिस उपायुक्त महेशचंद्र जैन ने संभाला, इंदौर ट्रैफिक एक अलग ही रूप में नजर आ रहा है। हर चौराहे पर पुलिस की उपस्थिति यातायात को सुचारू बनाने की मशक्कत इतना ही नहीं बेतरतीब खड़े वाहनों को भी सख्ती से हटाने की हर संभव कोशिश जारी है।

अब ट्रैफिक पुलिस नियम तोड़ने वाले किसी गाड़ी को पकड़ रहे हैं, तो उसके पुराने बकाया ई-चालान का हिसाब भी हाथों-हाथ निकाल रही है। कई गाड़ियों के दर्जनभर से ज्यादा चालान पेंडिंग है। हालांकि, वाहन चालकों का कहना है कि उन्हें चालान मिले ही नहीं, इधर पुलिस इस मामले में सफाई दे रही है कि उन्होंने तो चालान भेजे थे। लेकिन, गाड़ी मालिक ने चालान नहीं भरे। बहरहाल एक साथ 10- 20 चालान का भार वाहन चालक पर जब पड़ रहा है तो उसे गाड़ी छुड़वाने में मशक्कत करना पड़ रही है।

ऐसे में ट्रैफिक पुलिस ने एक नया रास्ता भी निकाल दिया। वह किस्तों में चालान भरने की सुविधा दे रही है। अगर किसी वाहन के 15 चालान बकाया है, तो गाड़ी पकड़ाने के बाद उसे तुरंत चार-पांच चालान की राशि जमा करवाई जाती है। बाकी बकाया चालान जमा करने के लिए महीने, दो महीने का समय भी दिया जा रहा है। इसके साथ ही वाहन चालकों को यातायात नियमों का पाठ भी पढ़ाया जा रहा है, ताकि दोबारा वह यातायात नियम का उल्लंघन न करे। ट्रैफिक पुलिस के इस उदार रवैया के कारण एक साथ कई चालान जमा कर रहे वाहन चालक गुस्सा भी नहीं कर पा रहे हैं।