पौधरोपण संकल्प सिद्धि के लिए भाषण के बजाय आचरण पर दिया जोर-शिवराज

दो साल पूरे होने पर मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री ने किया रामवन में पौधरोपण

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पौधरोपण संकल्प सिद्धि के लिए भाषण के बजाय आचरण पर दिया जोर-शिवराज

भोपाल: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पौधरोपण को जनांदोलन बनाने के लिए उन्होंने भाषण देने के बजाय इसे आचरण में लाने का संकल्प लिया और आचरण से इस अभियान को आत्मसात कर दूसरों को प्रेरित करने में सफलता मिली है। पौधे लगाने के बाद अनेक जिंदगियां पलती हैं, पक्षी घरौंदा बनाते हैं तो मनुष्य को आक्सीजन, फल और छाया मिलती है। विकास यात्रा भी पौधरोपण के साथ शुरू हो रही है और इसलिए अब यह जनांदोलन बन गया है। उन्होंने कहा कि पौधरोपण के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण के इस अभियान को अब दुनिया देखेगी। पौधों का रोपण करने के धरती का श्रृंगार होता है। जिस तरह से हम खाने, सोने, नहाने के लिए समय निकालते हैं, उसी तरह समय निकालकर पौधरोपण करना चाहिए।

सीएम चौहान ने ये बातें रविवार को राजा भोज एयरपोर्ट पर मंत्रियों के साथ सामूहिक पौधरोपण के बाद कहीं। उनके पौधरोपण संकल्प के दो साल पूरे होने पर राजाभोज एयरपोर्ट परिसर में बनाए गए रामवन में एक साथ 750 पौधे रोपे गए। 19 फरवरी 2021 से नर्मदा उद्गम स्थल से पौधरोपण शुरू करने वाले मुख्यमंत्री चौहान के महाभियान को आज से दो साल हो गए हैं। इसी तारतम्य में विकास यात्रा में प्रभार के जिलों और गृहक्षेत्रों में दौरे कर रहे सभी मंत्रियों को भोपाल बुलाया गया और उनके साथ पौधरोपण किया गया। इस मौके पर सीएम द्वारा दो साल में किए गए पौधरोपण के डिजिटल संकल्प पत्र की डाक्यूमेंट्री भी दिखाई गई।

बड़ी-बड़ी विभूतियों को पौधरोपण से जोड़ा सीएम ने-वीडी
पौधरोपण के इस कार्यक्रम में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान ने जिस तरह से अभियान को संचालित किया है वह अभिनंदनीय है। संकल्प के साथ किसी काम की शुरुआत करने का जो बीड़ा मुख्यमंत्री ने उठाया है, वह अनुकरणीय है। उन्होंने अपने अभियान से देश की बड़ी हस्तियों को भी जोड़ने का काम किया है। चाहे वे राष्ट्रपति हों या देश दुनिया के अलग-अलग कोनों से आए लोग हों। यह ग्लोबल वार्मिंग से बचाव, पर्यावरण संरक्षण और ग्रीन एनर्जी के लिए बड़ा प्रयास है। इस कार्यक्रम में प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा भी मौजूद रहे।

इन राज्यों में भी सीएम ने लगाए हैं पौधे
सीएम चौहान ने कोविड काल में मुख्यमंत्री रहने के दौरान कोरोना ग्रस्त होने के बाद भी पेड़ लगाना नहीं छोड़ा। उन्होंने कहा कि सबके सहयोग से यह काम पूरा हुआ। सीएम चौहान ने 12 राज्यों में अलग-अलग समय पर प्रवास के दौरान 2140 पौधे रोपे हैं। ये राज्य उत्तराखंड, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, नई दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, गुजरा, केरल, आंध्रप्रदेश, त्रिपुरा, कर्नाटक और पुडुचेरी हैं।

विकास यात्रा समीक्षा बैठक में दिखाया मंत्रियों का आईना
सीएम चौहान ने रविवार को समत्व भवन में हुई मंत्रियों की बैठक में कुछ मंत्रियों को आईना दिखाया और उनके कामकाज में कसावट लाने की बात कही। उन्होंने मंत्रियों के क्षेत्रों में कराए गए सर्वे की रिपोर्ट भी उन्हें बताई। साथ ही विकास यात्रा को लेकर प्रदेश भर से आए फीडबैक पर चर्चा की।

16 एकड़ में तैयार हो रहा रामवन
जिस क्षेत्र में आधा एकड़ भूमि में पौधे लगाए गए हैं, उसमे रामवन नाम दिया गया है। यह राम वन 16 एकड़ में तैयार हो रहा है। इसे प्राकृतिक रूप से तैयार किया जा रहा है। इस वन में एक लाख चालीस हजार पौधे लगाए जाने हैं, जिसमे अब तक 48 हजार पौधे लगाए जा चुके हैं। बताया गया कि रामवन में 120 प्रजाति के पौधे लगाए जा रहे हैं और भविष्य में 800 से अधिक पौधे और वनस्पति लगाए जाने का लक्ष्य है। यह पौधे मध्यप्रदेश की मूल प्रजाति के लगाए जा रहे हैं। इन पौधों को सुरक्षित व संरक्षित भी किया जाएगा। इन पेड़ों में जो भी फल या उपज होगी, उसके लिए हार्वेस्टिंग नहीं होगी। ऐसे में यहां के फल सिर्फ पशु-पक्षी ही खाएंगे। पक्षियों द्वारा खाए गए फल और बीज सीधे जमीन पर गिरेंगे, जिससे नेचुरल जंगल की तरह रामवन तैयार होगा। यह राम वन आक्सीजन बैंक की तरह काम करेगा।