खरगोन से आशुतोष पुरोहित की रिपोर्ट
खरगोन: खरगोन जिले के महेश्वर में आज उस समय प्रशासन के होश उड़ गए जब अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही के दौरान हंगामे के बीच अतिक्रमणकारी गरीब महिला की तबीयत बिगड़ गई।
व्यथित होकर यूरिया खाद खाने की आशंका में मौके पर मौजूद एसडीएम दिव्या पटेल और एसडीओपी डीआरएस चौहान सहित अधिकारी कर्मचारियों के होश उड़ा दिये। ताबड़तोड़ महिला को अस्पताल भेजा गया।
हालांकि बाद में एएसपी जितेन्द्र सिंह पंवार ने यूरिया खाने का खण्डन किया। भारी हंगामे के बीच करीब डेढ़ करोड़ की हथकरघा विभाग को आवंटित जमीन पर प्रशासन ने बुल्डोजर चलाकर 7 मकानों को जमींदोज किया।
प्रशासन ने महिला के जहरीला पदार्थ खाने की घटना से किनारा कर लिया। लेकिन इस मामले में एसडीएम दिव्या पटेल कैमरे के सामने कुछ भी कहने से बच कर मुस्कुराते हुए मामले से पल्ला झाड़ रही है।
हालांकि एएसपी पंवार ने महिला की तबियत ठीक होने और जहरीला पदार्थ न खाने की सफाई दी है।
प्रशासन का कहना है कि महिला अतिक्रमण के दौरान घर तोड़े जाने से व्यथित थी। उसने कोई जहरीला पदार्थ नहीं बल्कि कच्चे चावल खा लिए थे।
बहरहाल, महिला के चावल खाने के बाद तबियत खराब होने और स्वस्थ होने के बीच प्रशासन की सांस जरूर फूली नजर आई।
एक तरफ सीएम शिवराजसिंह चौहान गरीबों के सर छत देने का काम कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर लापरवाह अफसर वर्षों से बसे गरीबों का बिना विस्थापन किये बेघर कर रहा है।
करोड़ों की जमीन मुक्त कराने के संदेश के चक्कर में गरीबों को बेघर करने की कवायद की जा रही है। भूमाफिया पर कार्यवाही नहीं होना भी सवाल खड़े कर रहा है।