English is Not Mandatory in CBSE Schools : सीबीएसई स्कूलों में अब हिंदी और स्थानीय भाषाओं में भी पढ़ाई!

अब स्टूडेंट्स को अंग्रेजी आना जरूरी नहीं, सर्कुलर जारी कर निर्देश जारी!  

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English is Not Mandatory in CBSE Schools : सीबीएसई स्कूलों में अब हिंदी और स्थानीय भाषाओं में भी पढ़ाई!

New Delhi : सीबीएसई अब हिंदी और स्थानीय भाषा में पढ़ाई पर जोर दे रहा है। इसके तहत केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने हाल ही में एक सर्कुलर जारी किया, जिसमें प्राइमरी एजुकेशन में मातृभाषा या स्थानीय भाषा में पढ़ाने पर जोर दिया गया है।

इस सर्कुलर में बताया गया कि आने वाले समय सीबीएसई स्कूलों में क्या बदलाव होगा और प्राइमरी एजुकेशन से अंग्रेजी खत्म हो जाएगी।

मातृभाषा में पढ़ाई पर ज्यादा जोर  

देश में नई शिक्षा नीति 2020 लागू हो चुकी है। नई शिक्षा नीति में बच्चों की प्राथमिक शिक्षा उनकी स्थानीय या मातृभाषा में पढ़ाए जाने की बात पर जोर दिया गया। इस बात पर भी ध्यान दिया जाएगा कि यदि कोई बच्चा अपनी भाषा में पढ़ेगा तो उसे बातें अच्छी और आसान तरीके से समझ आएगी। एनईपी और एनसीएफएफएस की इन्हीं पॉलिसी को लेकर सीबीएसई ने प्राथमिक शिक्षा से जुड़ा सर्कुलर जारी किया है।

52 भाषाओं में बुक प्रकाशित 

सीबीएसई ने प्राथमिक शिक्षा के सिलेबस में जुड़ा एक सर्कुलर 7 मई को जारी किया। सीबीएसई के डायरेक्टर एकेडमिक डॉ प्रज्ञा एम सिंह के नाम से जारी इस सर्कुलर में एंट्री लेवल प्राइमरी में स्थानीय या मातृभाषा में पढ़ाए जाने की बात कही गई। एनसीईआरटी और इंडियन इंस्टीट्यूट आफ लेंग्वेज ने 52 स्थानीय भाषाओं में बुक प्रकाशित भी कर दी है। एनसीईआरटी की वेबसाइट पर भी ये बुक पीडीएफ फॉर्मेट में उपलब्ध है।