Indore : पुलिस ने जिस सॉफ्टवेयर कंपनी के कर्ताधर्ताओं को देह व्यापार की एस्कॉर्ट सर्विस चलाने के आरोप में पकड़ा है उस कंपनी का सरगना धार के कलेक्ट्रेट के बाबू का लड़का प्रशांत शिंदे निकला। वह अभी फरार है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
इस सॉफ्टवेयर डेवलपर कंपनी की आड़ में एस्कार्ट सर्विस का ऑनलाइन धंधा चलाया जा रहा था। जिस वेबसाइट से यह अवैध कृत्य किया जा रहा था, वो पाकिस्तान की थी, जिसे रिमोटली यहां से संचालित किया जाता था। पुलिस ने इस मामले में 8 लोगों को पकड़ा है, पर धार का रहने वाला प्रशांत शिंदे अभी पुलिस के हाथ नहीं आया। शिंदे के पिता धार कलेक्ट्रेट में बाबू है।
इसे संचालित करने के लिए सरगना शिंदे पाकिस्तान के सर्वर का इस्तेमाल कर रहा था।
क्राइम ब्रांच ने शनिवार को भंवरकुआ इलाके में सांईराम प्लाजा बिल्डिंग में संचालित आरग्लोन टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के ऑफिस पर छापा मारा था। ऑफिस से आठ लोगों को हिरासत में लिया गया। ये सभी सॉफ्टवेयर डेवलपर है। कंपनी का मुखिया प्रशांत शिंदे है, जो फिलहाल फरार है। DCP निमिष अग्रवाल और उनकी टीम द्वारा यह कार्रवाई की गई। पुलिस क्राइम ब्रांच मामले की जांच में जुटी हुई है।
क्राइम ब्रांच को जांच में पता चला कि इस तरह की एस्कार्ट सर्विस से देह व्यापार संचालित करने के लिए भारत के बजाए पाकिस्तान के सर्वर का इस्तेमाल किया जा रहा था। आरोपियों द्वारा रिमोट एक्सिस एप टीम व्यूअर और एनी डेस्क जैसे एप्लिकेशन की मदद से देशभर में इस सर्विस और ऑनलाइन वेबसाइट को ऑपरेट करने का काम इंदौर से कर रहे थे।
पुलिस के अनुसार मुख्य सरगना शिंदे गोवा से इस कारोबार को ऑपरेट करने में लगा था।
क्राइम ब्रांच इंदौर ने कंपनी के संतोष सोलंकी निवासी लिंबोदी, पुष्पेंद्र ठाकुर निवासी देवास, कुंदनसिंह निवासी इंदौर, मानेंद्र सिंह निवासी बिजलपुर, पवन गोस्वामी निवासी इंदौर, अमेय पांडे निवासी इंदौर, कृष्णपाल सिंह निवासी इंदौर व जितेंद्र जैन निवासी इंदौर को पकड़ा है। बेड पेज नाम से वेबसाइट बनाकर पूरे इंडिया में एस्कार्ट सर्विस के जरिए लड़कियां सप्लाय कर सर्विस दी जा रही थी।