2 नवीन औद्योगिक पार्कों की स्थापना से मंदसौर 250 करोड़ का निवेश आएगा : CM डॉ. मोहन यादव
CM डॉ. मोहन यादव ने मंदसौर की औद्योगिक इकाइयों का शिलान्यास एवं उद्यमियों से संवाद किया
मंदसौर से डॉ घनश्याम बटवाल की रिपोर्ट
मंदसौर / मंगलवार शाम मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नक्षत्र गार्डन रिसोर्ट सभागृह में मंदसौर की औद्योगिक इकाइयों का शिलान्यास एवं उद्यमियों से संवाद किया। 132 करोड़ की मेसर्स हरिओम रिफाइनरी एवं 7.5 करोड़ की मैक्सिकन एग्रो केमिकल लिमिटेड का मुख्यमंत्री ने शिलान्यास किया। कार्यक्रम के दौरान उप मुख्यमंत्री श्री जगदीश देवड़ा, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष एवं खजुराहो सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा, विधान परिषद, कार्यकारी सभापति विशेषाधिकार समिति के सदस्य एवं पूर्व मंत्री डॉ महेंद्र सिंह, सांसद श्री सुधीर गुप्ता, राज्यसभा सांसद श्री बंशीलाल गुर्जर, भाजपा संगठन मंत्री श्री हीतानंद शर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती दुर्गा विजय पाटीदार, सुवासरा विधायक श्री हरदीप सिंह डंग, गरोठ विधायक श्री चंदर सिंह सिसोदिया, मंदसौर विधायक श्री विपिन जैन, विधायक श्री दिलीप सिंह परिहार, श्री नानालाल अटोलिया, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती रमादेवी बंशीलाल गुर्जर, सहित अन्य सभी जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारियों में कलेक्टर श्रीमती अदिती गर्ग, पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक आनंद, एमपीआईडीसी के अधिकारी, कर्मचारी, बड़ी संख्या में उद्योगपति, पत्रकार मौजूद थे।
शिलान्यास के पश्चात मुख्यमंत्री ने निवेशकों की सहायता हेतु जिलास्तर पर स्थापित निवेश प्रोत्साहन केन्द्र का वर्चुअल उद्घाटन किया।
पावरग्रिड कापर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड द्वारा मंदसौर में निवेश हेतु मुख्यमंत्री को अभिरूचि पत्र सौंपा। इस पावर ग्रिड के माध्यम से मंदसौर जिले में 1040 करोड़ का निवेश आएगा।
मुख्यमंत्री ने मंदसौर में औद्योगिक विकास के उत्प्रेरण हेतु दो नवीन पार्कों बसई एवं सेमली कांकड की स्थापना की उद्घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि दो नवीन पार्को से 15 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। दोनों पार्कों का वीडियो द्वारा प्रस्तुतिकरण किया गया।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि मंदसौर जिले में दो नवीन पार्कों के स्थापना होने से 250 करोड़ का निवेश आने वाला है। मंदसौर एवं नीमच जिले में सभी तरह की क्षमता और संरचना यहां पर हैं। अब औद्योगिक क्षेत्र में भी कार्य शुरू हो गया है। जग्गा खेड़ी, बसई, सेमली काकड़ नए औद्योगिक क्षेत्र बन रहे हैं। उद्योग लगाने के लिए जिन संसाधनों की आवश्यकता रहती है, वह साधन दिए जा रहे हैं। औद्योगिक क्षेत्र में मध्य प्रदेश देश में नंबर एक पर होगा। उद्योगों के माध्यम से रोजगार मिलता है और उससे समृद्धि आती है।