Evening of Music : एक शाम किशोर दा के नाम से महका नवश्रृंगारित गुलाब चक्कर!

266

Evening of Music : एक शाम किशोर दा के नाम से महका नवश्रृंगारित गुलाब चक्कर!

          सुर रागिनी म्यूजिकल ग्रुप के बेनर तले सुमधुर गीतों की स्वरांजली!

Ratlam : शहर के नवश्रृंगारित गुलाब चक्कर में जिला प्रशासन एवं पुरातत्व पर्यटन एवं संस्कृति परिषद के अभिनव प्रयासों से शहर के समस्त संगीत घरानों को एक मंच पर लाने का अभिनव प्रयास आज के समय में अपनी विशेष पहचान बना चुका हैं। तत्कालीन कलेक्टर राजेश बाथम ने इस उजड़े हुए गुलाब चक्कर को नवीन स्वरुप प्रदान करने में कोई कमी नहीं छोड़ी, आज रतलाम ही नहीं जिले व प्रदेश के संगीत-साधक इस नवश्रृंगारित गुलाब चक्कर के स्टेज पर परफार्मेंस देकर श्रोताओं को हेरान कर रहे हैं। शहर के प्रथम नागरिक मेयर प्रहलाद पटेल, गायिकी की दुनिया के जादुगर आशीष मराठा, विख्यात गायक कलाकार योगेश आनन्द, भाजपा नेता व गायक प्रवीण सोनी, विजय पाठक तथा कई ख्यातनाम सिंगर यहां प्रस्तुति दे चुके हैं। आज जिले के संगीतकारों को नव श्रंगारित गुलाब चक्कर के रूप में एक उत्कृष्ट प्लेटफार्म मिल गया हैं। जहां प्रतिदिन संगीत जगत के कलाकार अपनी-अपनी प्रस्तुतियां देकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर रहें हैं।

WhatsApp Image 2025 10 12 at 22.46.46

11 अक्टूबर, शनिवार को सदी के महान पार्श्वगायक किशोर दा की पुण्यतिथि अवसर पर एक शाम संजीदा किशोर दा के नाम संगीत निशा का आयोजन सुर रागिनी म्यूजिकल ग्रुप के सूत्रधार भुवनेश पंडित (पत्रकार), विजय पाठक के प्रयासों से आयोजित हुआ। संगीत निशा के मुख्य अतिथि मेयर प्रहलाद पटेल, भाजपा नेता प्रवीण सोनी, विशेष अतिथि मनोहर पोरवाल, आनंद त्रिलोक चंदानी, सर्व ब्राह्मण समाज अध्यक्ष नरेंद्र जोशी, वरिष्ठ समाजसेवी प्रकाश व्यास, मध्य प्रदेश जन-अभियान परिषद के जिला समन्वयक रत्नेश विजयवर्गीय थे। शुभारंभ अतिथियों द्वारा सर्वप्रथम मां सरस्वती व किशोर दा की तस्वीर पर पुष्पमाला व दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। तत्पश्चात समस्त गायकों की उपस्थित में श्रोताओं ने भाव-विभोर स्वरांजली एकल व सामूहिक 32 गीतों की सुमधुर प्रस्तुतियों से संगीत निशा में समां बांधा।

डाॅक्टर महेश मोर्य, जलज शर्मा, विजय पाठक, भुवनेश पंडित, आनंद त्रिलोकचंदानी, नयन सुबेदार, सुनिल निरंजनी, विशाल कुमार वर्मा, विवेक शर्मा, दिलजीत सिंह, सूरज बेरवाल, राकेश बोरिया, पंडित शैलेंद्र तिवारी, विजय मालवीय, पियूष नेने, गीता बोरासी, सुनीता नागदे, ऋतु भट्ट आदि ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। संगीत निशा के अंत में मौजूद कलाकारों द्वारा किशोर दा कभी अलविदा ना कहना सामूहिक गान कर संगीत निशा का समापन किया गया। संचालन सुनील निरंजनी व आभार भुवनेश पंडित, विशाल कुमार वर्मा ने माना!