Evidence of Temple in Bhojshala : भोजशाला खुद बोल रही कि मैं सरस्वती मंदिर, अयोध्या में तो प्रमाण खोजना पड़े!
देखिए VDO : विहिप के नेता ने धार में भोजशाला में पूजा के बाद दावा किया!
धार से छोटू शास्त्री की रिपोर्ट
Dhar : विश्व हिंदू परिषद के उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश के बजरंग दल के क्षेत्रीय संगठन मंत्री सोहन सोलंकी मंगलवार को भोजशाला में होने वाली पूजा में शामिल हुए। पूजा के बाद मीडिया से बात करते हुए सोहन सोलंकी ने कहा कि भोजशाला स्वयं उद्घोषणा कर रही है कि मैं सरस्वती मंदिर हूं। राम मंदिर के प्रमाण के लिए खुदाई करनी पड़ी थी, नीचे मंदिर होने के साक्ष्य मिले। लेकिन, यहां मंदिर के नीचे भी मंदिर, बाहर भी मंदिर है। ऊपर भी एक-एक खंभा कह रहा है कि यह मंदिर है।
उन्होंने कहा कि यहां के शिलालेख कह रहे हैं कि यह मंदिर है। बहुत जल्द रिपोर्ट कोर्ट में प्रस्तुत होगी। बरसों से हिंदू समाज अपनी मां की प्रतीक्षा कर रहा है। मां के बेटों की प्रतीक्षा पूर्ण हो, 500 वर्षों तक हमने राम जी की प्रतीक्षा की। राम जी विराजे हैं आज पूरा भारतवर्ष आनंदित हैं, प्रसन्न है। प्राण प्रतिष्ठा हुई है। हम आशान्वित हैं कि यहां भी शीघ्र ही मां की प्राण प्रतिष्ठा होगी।
यह हिंदू नव वर्ष का प्रारंभ हुआ है। देवी शक्ति का पर्व आरंभ हुआ है। यह हिंदुत्व के सूर्य उदय का उदय हुआ है। राम मंदिर से रामराज्य की प्रतिष्ठा का आरंभ हुआ है। आने वाले समय में पूरी दुनिया में भारत माता की जय जयकार होगी। भारत ज्ञान का विश्व गुरु है। ज्ञान के बल पर विश्व गुरु बना है और यह ज्ञान भोजशाला से दुनिया में प्रवाहित होता था।
उन्होंने कहा कि तीन विश्वविद्यालय भारत के प्राचीन है जिसमें एक तक्षशिला में है जो पाकिस्तान में है। एक नालंदा विश्वविद्यालय है जो कि बिहार में है उसकी प्राण प्रतिष्ठा कब होगी पता नहीं और तीसरा विश्वविद्यालय यह है, जिसकी सबसे पहले प्राण प्रतिष्ठा होगी। पूरी दुनिया में भारत मां फिर से विश्व गुरु होगी।
ज्ञान वहां से प्रकाशित होगा जहां अक्कल कुईया है। अक्कल कुईया का मतलब ही है ज्ञान बुद्धि ज्ञान देने वाला स्थान, इसलिए हम तो मां के चरणों में उनके लिए प्रार्थना करते हैं, जो यह कह रहे हैं कि यहां मंदिर नहीं है। उन्हें बुद्धि दे, अकल दे हम शीघ्र ही मां के भव्य रूप में दर्शन करेंगे ऐसी आशा है।