लापरवाही की हद: ऐसे कैसे थमेगा डेंगू का डंक, पॉजिटिव मरीजों को नहीं मिल रही मच्छरदानी,अन्य मरीजों को संक्रमण का खतरा

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लापरवाही की हद: ऐसे कैसे थमेगा डेंगू का डंक, पॉजिटिव मरीजों को नहीं मिल रही मच्छरदानी,अन्य मरीजों को संक्रमण का खतरा

 

भोपाल। राजधानी में डेंगू का खतरा कम होने की बजाए लगातार बढ़ रहा है। ऐसी स्थिति में स्वास्थ्य महकमा डेंगू बीमारी की रोकथाम के लिए पुख्ता इंतजाम और सावधानी बरतने का दावा तो कर रहा है, लेकिन हकीकत यह है कि राजधानी के कुछ अस्पताल में भर्ती डेंगू पॉजिटिव मरीजों को मच्छरदानी तक नहीं दी जा रही। इस कारण अन्य मरीजों में भी डेंगू के संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है। दूसरी तरफ डेंगू संवेदनशील क्षेत्रों में छिड़काव के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है।

0 मच्छरदानी उपलब्ध कराना जरूरी

– जेपी अस्पताल में डेंगू पॉजिटिव मरीजों को मच्छरदानी नहीं देने का मामला सामने आया है। अस्पताल में भर्ती राकेश मिश्रा (परिवर्तित नाम) के परिजनों ने बताया कि उन्होंने संदिग्ध होने पर जांच कराई थी। जिसमें मरीज को डेंगू होने की पुष्टि हुई। उसके बाद से मेडिकल वार्ड-1 में भर्ती है क्योंकि डेंगू वार्ड में पहले से मरीजों की संख्या अधिक है। अस्पताल की तरफ से अभी तक मच्छरदानी नहीं दी गई है। वार्ड में मच्छर है। ऐसे में आसपास भर्ती दूसरे मरीजों में डेंगू के संक्रमण का खतरा है। पूर्व में हमीदिया में भी ऐसा मामला सामने आ चुका है। सूत्रों के मुताबिक यहां एक मरीज को दो दिन की कहा-सुनी के बाद मच्छरदानी उपलब्ध कराई गई थी। बता दें कि डेंगू पॉजिटिव मरीज के लिए अस्पतालों में अलग वार्ड होते हैं। ऐसे मरीजों को मच्छरदानी उपलब्ध कराना जरूरी है।

0 ऐसे फैलता है डेंगू का संक्रमण

पूरे भोपाल में एडीज मच्छर है जो डेंगू पॉजिटिव मरीजों को काटने के बाद डेंगू संक्रमित हो जाता है। उसके बाद जब भी यह मच्छर साधारण व्यक्ति को काटता है तो उसमें डेंगू के वायरस फैल जाते हैं। इस तरह दूसरे व्यक्ति को भी डेंगू हो जाता है। डॉक्टरों के मुताबिक इस मच्छर में चिकनगुनिया और जीका वायरस भी होता है जो काटने के बाद संबंधित व्यक्ति में फैल जाते हैं।