
Eye Donation : 2 नेत्रदान से 4 नेत्रहीनों को मिलेगी नई रोशनी, नेत्रम संस्था का प्रेरक प्रयास, 12 घंटे में 2 नेत्रदान!
Ratlam : नेत्रम संस्था के सदस्यों के सतत प्रयासों से बीते 12 घंटों में शहर में 2 परिवारों ने अपने दिवंगत परिजनों का नेत्रदान करने की सहमति देकर समाज के सामने अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया हैं। अब इन नेत्रदानों से 4 नेत्रहीनों को नई दृष्टि प्राप्त होगी।
पहला नेत्रदान शहर के रामगढ़ निवासी बंशीलाल शर्मा की धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या बाई शर्मा के निधन उपरांत उनके सुपुत्र गजेन्द्र शर्मा (चिंटू) एवं परिजनों द्वारा किया गया। परिजनों की सहमति में भाजपा नेता कन्हैया लाल मौर्य तथा समाजसेवी ओमप्रकाश अग्रवाल का विशेष योगदान रहा। दूसरा नेत्रदान घासबाजार निवासी स्वर्गीय सराफा व्यवसाई मिश्रीमल लुणावत के सुपुत्र बाबूलाल लुणावत के निधन उपरांत उनके भतीजे चितरंजन, दीपेंद्र, अभय, हर्ष लुणावत सुपुत्र जयदीप लुणावत एवम परिजनों द्वारा नेत्रदान की सहमति दी गई। इस निर्णय में दिनेश जैन, लायन सुनील के. जैन का महत्वपूर्ण योगदान रहा। रतलाम रेड क्रॉस सोसायटी संचालक एवम नेत्रम संस्था के संस्थापक सदस्य हेमंत मूणत ने बताया कि परिजनों की सहमति मिलते ही बड़नगर गीता भवन न्यास के ट्रस्टी एवं नेत्रदान प्रभारी डॉ. जीएल ददरवाल को सूचना दी गई। सूचना मिलने पर डॉ ददरवाल, मनीष तलाच एवं मोहनलाल राठौड़ ने त्वरित प्रयास करते हुए नेत्र संरक्षण की प्रक्रिया विधिवत पूर्ण की।
नेत्रदान प्रक्रिया के दौरान डॉ. राजेन्द्र शर्मा, रविन्द्र यादव, मुकुल दलाल, अजय भंडारी, श्रीमती राखी व्यास, प्रदीप श्रीमाल, सुजान रांका, अभय रांका, राजेन्द्र लुणावत, भवानी कसेरा, हिम्मतलाल गेलड़ा, रितेश गेलड़ा, शलभ अग्रवाल, गिरधारीलाल वर्धानी, सुशील मीनू माथुर, भगवान ढलवानी आदि मौजूद रहें। नेत्रम संस्था द्वारा शर्मा परिवार एवम लुणावत परिवार को प्रशस्ति-पत्र भेंटकर सम्मानित किया गया। संस्था ने आह्वान किया कि अधिक से अधिक लोग नेत्रदान का संकल्प लें ताकि इस नेत्रदान से किसी और की दृष्टि बनने का कारण बन सकें!
दोनों मृत आत्मा को मीडियावाला परिवार की और से विनम्र श्रद्धांजलि, सादर नमन!





