Eye Donation : नेत्रम संस्था की सक्रियता से 24 घंटे में 3 नेत्रदान, जनजागरूकता, सेवा के प्रति समर्पित!

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Eye Donation : नेत्रम संस्था की सक्रियता से 24 घंटे में 3 नेत्रदान, जनजागरूकता, सेवा के प्रति समर्पित!

Ratlam : नेत्रदान के क्षेत्र में जनजागरूकता और सेवा के प्रति समर्पित नेत्रम संस्था के सतत प्रयासों से शहर में बीते 24 घंटे में 3 नेत्रदान सफलतापूर्वक सम्पन्न हुए। अब इस उदार कार्य की वजह से 6 दृष्टिहीन व्यक्तियों को नई रोशनी मिलने की संभावना बनी हैं।

संस्था के संस्थापक सदस्य हेमन्त मूणत ने बताया कि पहला नेत्रदान शहर की सूरज श्री कॉलोनी निवासी पवन जैन की धर्मपत्नी स्वर्गीय सपना जैन के निधन उपरांत, सुपुत्र पंकज जैन एवं परिजनों ने विजय जैन और राजेश जैन (भूजिया वाले) की प्रेरणा से नेत्रदान की सहमति दी। दुसरा नेत्रदान शहर की वेदव्यास कॉलोनी निवासी स्वर्गीय विजय सिरोलिया (सुपुत्र धरमचंद सिरोलिया) के निधन उपरांत सुपुत्र जय सिरोलिया एवं परिजनों ने हर्षन्दू भरगट, राजेश भरगट एवं जयेश भरगट की प्रेरणा से नेत्रदान का निर्णय लिया और सहमति दी।
तीसरा नेत्रदान शहर की शुभम रेजिडेंसी निवासी स्वर्गीय इंदरमल चोपड़ा (सुपुत्र समरथमल चोपड़ा) के निधन उपरांत सुपुत्र प्रकाश चोपड़ा, अनिल चोपड़ा एवं परिजनों ने जितेन्द्र चोपड़ा, सचिन चोपड़ा एवं राकेश चोपड़ा की प्रेरणा से नेत्रदान की सहमति दी।

तीनों मृतकों के परिजनों की सहमति पश्चात नेत्रम संस्था द्वारा बड़नगर स्थित गीता भवन न्यास के ट्रस्टी एवं नेत्रदान प्रभारी डॉ. जीएल ददरवाल को सूचना दी। सूचना प्राप्त होते ही डॉ. ददरवाल अपनी टीम मनीष तलाच, परमानंद राठौड़ एवं मोहनलाल राठौड़ के साथ रतलाम पहुंचे और नेत्रदान की प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूर्ण किया।

इस अवसर पर हेमन्त मूणत, ओमप्रकाश अग्रवाल, शीतल भंसाली सहित कई गणमान्य नागरिक मौजूद थे। नेत्रम संस्था ने तीनों परोपकारी परिवारों को प्रशस्ति-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया तथा उनके मानवीय योगदान के लिए आभार व्यक्त किया। नेत्रम संस्था ने समाज में नेत्रदान की महत्ता पर बल देते हुए अपने जनजागरूकता अभियान को और अधिक गति देने का संकल्प दोहराया!