Eye Donation : जाते-जाते नेत्रदान कर मानवता की मिसाल बने स्वर्गीय धीरज चौहान!

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Eye Donation : जाते-जाते नेत्रदान कर मानवता की मिसाल बने स्वर्गीय धीरज चौहान!

Ratlam : शहर के लोहार रोड निवासी स्वर्गीय धन्नालाल चौहान (लोहार) के सुपुत्र धीरज चौहान के असामयिक निधन के उपरांत उनके परिजनों ने अनुकरणीय निर्णय लेते हुए नेत्रदान की सहमति दी। यह प्रेरणादायक पहल नेत्रम संस्था के ओमप्रकाश अग्रवाल एवं राकेश अग्रवाल (झंडी वाला) द्वारा की गई! जिन्होंने शोकाकुल परिवार को नेत्रदान के लिए प्रेरित किया।

स्वर्गीय धीरज चौहान के सुपुत्र भुवेश चौहान एवं परिजनों की सहमति के पश्चात नेत्रम संस्था द्वारा रतलाम मेडिकल कॉलेज की डीन डॉक्टर अनीता मुथा को सूचना दी गई। डॉक्टर मुथा के निर्देशानुसार विभागाध्यक्ष डॉक्टर रिशेन्द्र सिसोदिया के नेतृत्व में नर्सिंग ऑफिसर विनोद कुशवाह एवं हैप्पी पीटर द्वारा जगदीश भाटिया के सहयोग से नेत्र संग्रहण की प्रक्रिया संपन्न की गई।

नेत्रदान टीम को मेडिकल कॉलेज से चौहान निवास तक पहुंचाने और पुनः वापस लाने की व्यवस्था समाजसेवी शीतल भंसाली ने अपने निजी वाहन द्वारा की। इस दौरान नेत्रम संस्था के हेमन्त मूणत, शलभ अग्रवाल, भगवान ढालवानी भी मौजूद रहें। नेत्रम संस्था ने स्वर्गीय धीरज चौहान के परिजनों के इस मानवीय निर्णय के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए उनका हृदय से आभार प्रकट किया, यह नेत्रदान दो लोगों को रोशनी की नई उम्मीद देगा और समाज में नेत्रदान जैसे पुण्य कार्य के प्रति जागरूकता भी बढ़ाएगा।