
Eye Donation : श्रीमती ज्योति खिलोसिया का निधन, हुए नेत्रदान अब देख सकेंगे 2 लोग दुनिया!
Ratlam : शहर की मित्र निवास रोड निवासी स्वर्गीय कपूरचंद खिलोसिया की पुत्रवधू एवं श्री सूर्यकांत खिलोसिया की धर्मपत्नी श्रीमती ज्योति खिलोसिया के निधन होने पर मृतक श्रीमती ज्योति के नेत्रदान करवाने नेत्रम संस्था के सक्रिय सदस्य एवं समाजसेवी सुशील मीनु माथुर ने उनकी सुपुत्री भविशा, किशोर, बिपिन, दिलीप, जितेन्द्र और भूपेश खिलोसिया को नेत्रदान हेतु प्रेरित किया। इस पर परिजनों ने सहर्ष सहमति प्रदान कर सेवा और मानवता की मिसाल कायम की।
नेत्रम संस्था के हेमंत मूणत ने बताया कि परिजनों की सहमति मिलते ही बड़नगर स्थित गीता भवन न्यास के ट्रस्टी एवं नेत्रदान प्रभारी डॉ. जीएल ददरवाल को सूचित किया गया सूचना मिलने उनकी टीम के मनीष तलाच और परमानंद राठौड़ ने तत्परता से पहुंचकर नेत्र संरक्षण की प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूर्ण किया।नेत्रदान की प्रक्रिया के दौरान परिवारजनों, रिश्तेदारों, मित्रों एवं शुभचिंतकों ने कार्निया संरक्षण की प्रक्रिया को देखा और नेत्रदान संबंधित भ्रांतियों को दूर किया और भविष्य में नेत्रदान करने व करवाने हेतु लोगों को प्रेरित करने का संकल्प दोहराया। इस अवसर पर नेत्रम संस्था के हेमंत मूणत, सुशील मीनु माथुर, ओमप्रकाश अग्रवाल, भगवान ढलवानी, शिवम माथुर सहित अनेक सदस्य मौजूद थे। नेत्रदान के पश्चात संस्था द्वारा दिवंगत के परिजनों को प्रशस्तिपत्र प्रदान कर उनकी उदारता एवं सहृदयता का सम्मान कियाआपको बता दें कि श्रीमती ज्योति खिलोसिया का 7 नवम्बर को जन्मदिन भी था उनके इस जन्मदिन पर किया गया नेत्रदान वास्तव में जन्मदिन से पुनर्जन्म का प्रतीक बन गया। नेत्रम संस्था ने समस्त नागरिकों से भावपूर्ण अपील की है कि वे भी नेत्रदान जैसे पुण्य कार्य में सहभागी बनें और समाज को अंधकार से प्रकाश की और ले जाने में सहयोग करें। श्रीमती ज्योति देवी खिलोसिया को मीडियावाला परिवार की और से विनम्र श्रद्धांजलि, सादर नमन!





