Fake Bill Scam: इंदौर नगर निगम मेें फर्जी बिल घोटाले की जांच करेंगे PS अमित राठौर मास्टरमाइंड EE फरार, 25 हजार का ईनाम घोषित

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Fake Bill Scam: इंदौर नगर निगम मेें फर्जी बिल घोटाले की जांच करेंगे PS अमित राठौर मास्टरमाइंड EE फरार, 25 हजार का ईनाम घोषित

इंदौर: नगर निगम इंदौर में हुए कामों के फर्जी बिलों से हुए भुगतान और वित्तीय अनियमितताओं की जांच वाणिज्य कर विभाग के प्रमुख सचिव अमित राठौर की अध्यक्षता वाली राज्य स्तरीय समिति करेगी।

सामान्य प्रशासन विभाग ने नगर निगम इंदौर में हुए फर्जी बिल घोटाले की जांच के लिए तीन सदस्यीय राज्य स्तरीय समिति गठित की है। इसमें वाणिज्य कर विभाग के प्रमुख सचिव अमित राठौर को अध्यक्ष बनाया गया है जबकि वित्त विभाग के सचिव अजीत कुमार और लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता को इस समिति का सदस्य बनाया गया है। यह समिति पंद्रह दिन के भीतर जांच कर प्रतिवेदन सामान्य प्रशासन विभाग को प्रस्तुत करेगी। समिति इस फर्जीवाड़े से जुड़े आरोपियों समेत तमाम शाखाओं के अफसरों, कर्मचारियों और आम नागरिकों से भी उनके बयान ले रही है।

गौरतलब है कि इंदौर नगर निगम में 107 करोड़ के फर्जी बिल लगाए गए थे और बिना काम के ही 81 करोड़ से अधिक का भुगतान कर दिया गया था। इंदौर नगर निगम आयुक्त द्वारा गठित जांच कमेटी की रिपोर्ट में यह मामला सामने आया था। इसमें 150 से अधिक फाइलों में किए गए फर्जीवाड़े का खुलासा किया गया था। जिन कामों के एवज में भुगतान किए गए थे वे कभी हुए ही नहीं। न ही नगर निगम ने उनके लिए कभी निविदा निकाली और न ही विज्ञापन जारी किए। ठेकेदार ने फर्जी दस्तावेज के जरिए फाइलें तैयार की और फिर ड्रेनेज विभाग से होते हुए इन्हें आॅडिट शाखा में पेश कर दिया। आॅडिट शाखा ने भी इन फर्जी बिलों पर मुहर लगा दी और वर्ष 2016 से 2020 के बीच हुए इन फर्जी कामों के फर्जी बिलों का भुगतान कर दिया गया। नगर निगम इंदौर के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर सुनील गुप्ता की शिकायत पर इस मामले में एमजी रोड पुलिस थाने में पांच फर्मो जाहन्वी इंटरप्राइजेज, क्षितिज इंटरप्राइजेज, किंग कंस्ट्रक्शन, नीव कंस्ट्रक्शन और ग्रीन कंस्ट्रक्शन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी आरोपियों ने 28 करोड़ 73 लाख के फर्जी बिल लगाकर 3 करोड़ बीस लाख रुपए का भुगतान भी प्राप्त कर लिया था।

घोटाले का मास्टरमाइंड फरार, 25 हजार का ईनाम, लगेंगे पोस्टर

इंदौर नगर निगम के करोड़ों के फर्जी बिल घोटाले का मास्टर माईंड एक्जीक्यूटिव इंजीनियर अभय राठौर अब तक पुलिस गिरफ्त से बाहर है। पुलिस ने इस पर 25 हजार रुपए का ईनाम घोषित किया है। इस ईनामी अफसर के पोस्टर पूरे शहर में जगह-जगह लगाए जाएंगे।

पुलिस आयुक्त राकेश गुप्ता ने आरोपी पर ईनाम घोषित किया हे। टीआई विजयसिंह सिसोदिया ने बताया कि घोटाले से संबंधित चार एफआईआर अब तक हो चुकी है। वहीं हीरा नगर, ग्वाल टोली, बाणगंगा, पुलिस लाईन सहित एमजी रोड के पुलिस कर्मियों की एक टीम भी गठित हुई है। विवेचना के लिए एक अलग टीम और छापोमारी तथा पूछताछ के लिए अलग-अलग टीमें बनाई गई है। पुलिस ने फरार राठौर की तलाश तेज कर दी हे। उसके पोस्टर रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड के अलावा अन्य स्थानों पर लगाए जा रहे है।