
Fake Degree Scandal : मोनाड यूनिवर्सिटी में फर्जी डिग्रियां बनाने वाली गैंग पकड़ाई, चेयरमेन सहित 10 गिरफ्तार!
LLB, बी फार्मा, डी फार्मा, बीटेक समेत कई कोर्स की फर्जी डिग्रियां 50 हजार से 5 लाख में बेची जा रही!
स्टेट हेड विक्रम सेन की एक्सक्लूसिव खबर
Hapur (UP) : यूपी एसटीएफ ने मोनाड यूनिवर्सिटी के चेयरपर्सन विजेंद्र सिंह हुड्डा समेत 10 को गिरफ्तार किया। ये रैकेट LLB, बी फार्मा, डी फार्मा, बीटेक समेत कई अन्य कोर्सेस की फर्जी डिग्रियां बनाकर बेच रहा था। मोनाड यूनिवर्सिटी के बारे फर्जी मार्कशीट और डिग्री बेचे जाने की शिकायतें मिलने पर मेरठ व लखनऊ एसटीएफ की 24 सदस्यीय टीम ने शनिवार शाम पिलखुवा क्षेत्र स्थित मोनाड यूनिवर्सिटी में छापा मारा। मामले की गंभीरता को देखते हुए तीन थानों की पुलिस ने यूनिवर्सिटी की घेराबंदी कर ली। किसी को टीम ने अंदर नहीं जाने दिया।
करीब चार घंटे की कार्रवाई के बाद टीम ने यूनिवर्सिटी के मालिक समेत 10 लोगों हिरासत में लिया। साथ ही मोनाड यूनिवर्सिटी से 1,372 फर्जी मार्कशीट डिग्री 262 फर्जी प्रोविजनल व माइग्रेशन, 14 मोबाइल फोन, एक आईपैड, 7 लैपटॉप, 6,54,800 नकद, सर्वर संबंधित 26 इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए गए। जांच में पता चला कि बरामद दस्तावेजों को फर्जी बताया, क्योंकि इनमें प्रयुक्त एनरोलमेंट नंबर विश्वविद्यालय के रिकॉर्ड में नहीं थे। बरामद दस्तावेजों पर विश्वविद्यालय का नाम और डिजिटल हस्ताक्षर भी फर्जी पाए गए।
एसटीएफ टीम ने जब सभी से पूछताछ की तो पता चला कि वह प्रत्येक कोर्स की डिग्री व मार्कशीट के अनुसार ₹50 हजार से लेकर ₹4 लाख तक प्रत्येक छात्र से लेते थे। विजेंद्र सिंह के खिलाफ पहले से भी कई मुकदमे चल रहे हैं।
किससे कितनी फर्जी मार्कशीट मिली
छापामार कार्रवाई के दौरान टीम ने संदीप की गाड़ी से आठ फर्जी मार्कशीट, चांसलर 47 वर्षीय विजेंद्र सिंह हुड्डा से 11 मार्कशीट, फर्जी मार्कशीट बेच कर ऐंठे गए तीन लाख 7600 नकद, मुकेश ठाकुर से 7000 नकद और 10 फर्जी मार्कशीट, अनिल बत्रा से तीन लाख नकद व 15 फर्जी डिग्री, नितिन से आठ फर्जी डिग्री और 15 सौ रुपए नकद, गौरव शर्मा से 13,500 नकद, 12 फर्जी मार्कशीट, सनी कश्यप से एक हजार रुपए नकद, 12 फर्जी मार्कशीट, इमरान से 5800 नकद, 5 फर्जी मार्कशीट, कुलदीप से 11,000 नकद, 13 फर्जी मार्कशीट, विपुल से 1700 नकद, 10 फर्जी मार्कशीट, गौरव की रेक से 262 फर्जी माइग्रेशन, फर्जी प्रोविजनल प्रमाण पत्र, 369 फर्जी मार्कशीट, 893 फर्जी डिग्री बरामद हुई।
चांसलर समेत 10 गिरफ्तार
पिलखुवा कोतवाली पुलिस ने एसटीएफ लखनऊ निरीक्षक ओम शंकर शुक्ला की तहरीर के आधार पर मोनाड विश्वविद्यालय के चांसलर विजेंद्र सिंह उर्फ विजेंद्र सिंह हुड्डा पुत्र सुरेश पाल निवासी सिल्वर पुरी कंकरखेड़ा मेरठ, संदीप कुमार उर्फ संदीप शेरावत पुत्र विजेंद्र कुमार सिंह निवासी गांव चीरवाड़ी थाना चांद हट पलवल हरियाणा, मुकेश ठाकुर पुत्र प्रधान सिंह ठाकुर निवासी कटवारिया सराय नई दिल्ली, अनिल बत्रा पुत्र ज्ञानचंद निवासी सेक्टर 47 नोएडा सेक्टर 49 गौतम बुद्ध नगर, नितिन कुमार सिंह पुत्र यशवीर सिंह निवासी आनंद लोक रुड़की रोड कंकरखेड़ा मेरठ, गौरव शर्मा पुत्र मदन मोहन शर्मा निवासी रोशनपुर डार्ली रुड़की रोड नियर मोदीपुरम कंकरखेड़ा मेरठ, सनी कश्यप पुत्र टीटू सिंह निवासी गली नंबर 3 एसएसवी इंटर कॉलेज के पास अर्जुन नगर हापुड़, इमरान पुत्र शरीफ अहमद खान निवासी रेलवे रोड हापुड़, कुलदीप पुत्र रविंद्र सिंह निवासी गांव बलवंत नगर गुलावठी जिला बुलंदशहर और विपुल तालियां पुत्र वीरेंद्र सिंह निवासी कोठी सटक अली हापुड़ को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों का मेडिकल चेकअप कराकर उन्हें जेल भेज दिया।
पहले से विवादित यूनिवर्सिटी
मोनाड यूनिवर्सिटी पहले भी कई बार विवादों में रह चुकी है। यूनिवर्सिटी के चेयरपर्सन मुख्य अभियुक्त विजेंद्र सिंह हुड्डा 2019 मे यूपी के चर्चित बाइक वोट घोटाले में मुख्य आरोपी थे। इस मामले में लखनऊ, नोएडा, गाजियाबाद, कानपुर समेत यूपी के कई शहरों में 118 एफआईआर दर्ज हैं। ईओडब्ल्यू पुलिस पुलिस जांच कर रही है। विजेंद्र की करीबी दीप्ति बहल पर आज भी 5 लाख का ईनाम घोषित है।
फर्जी डिग्री खरीदने वालों की तलाश
विजेंद्र सिंह मेरठ का रहने वाला है। बाइक वोट घोटाले में गिरफ्तारी से बचने लंदन भाग गया था। हालांकि, 2022 में उसने कोर्ट से जमानत ले ली। इसके बाद हापुड़ के पिलखुआ में मोनाड यूनिवर्सिटी खोलकर फर्जी डिग्री का रैकेट चलाने लगा। एसटीएफ ब्यौरा जुटा रही है। यह भी जानकारी जुटाई जा रही है कि फर्जी डिग्री लेने वाले कौन लोग हैं और इसका इस्तेमाल कहां किया है?
कहां और कैसी है मोनाड यूनिवर्सिटी
मोनाड यूनिवर्सिटी एनसीआर क्षेत्र, हापुड़ (उत्तर प्रदेश) में स्थित अनवरपुर गांव में एक निजी विश्वविद्यालय है। मोनाड विश्वविद्यालय का 58 एकड़ का हरा-भरा और विशाल परिसर प्रथम श्रेणी की सुविधाओं और बुनियादी ढांचे से सुसज्जित है। यह इंजीनियरिंग, विज्ञान, शिक्षा, फार्मेसी, कानून आदि के क्षेत्र में विभिन्न पाठ्यक्रम प्रदान करता है।
मोनाड यूनिवर्सिटी की स्थापना शैक्षणिक वर्ष 2010 में हुई थी। यूनिवर्सिटी की स्थापना मोनाड एजुकेशन सोसाइटी के तत्वावधान में की गई थी, जो दिल्ली स्थित एक गैर-लाभकारी सोसाइटी है। यह हापुड़, उत्तर प्रदेश में स्थित एक निजी विश्वविद्यालय है। यूनिवर्सिटी की स्थापना उत्तर प्रदेश राज्य सरकार अधिनियम 23, 2010 के तहत की गई थी।




