Indore : फर्जी पत्रकार और उसके साथी ने एक डॉक्टर को प्लॉट दिलाने के नाम पर डेढ़ करोड़ रुपए की चपत लगा दी। प्लॉट के लिए दो अलग-अलग जगह भी दिखाई। विवाद के बाद फर्जी चेक थमा दिए। आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि उसका साथी फरार है। पत्रकार के पास फर्जी अधिमान्यता कार्ड भी मिला है।
यह मामला कनाड़िया थाना क्षेत्र का है। पुलिस के मुताबिक, पलासिया में रहने वाले डॉ सुदर्शन गुप्ता, सीएचएल अपोलो में सेवाएं देते हैं। उन्हें प्लॉट की जरूरत थी। प्लॉट के लिए वे कई प्रॉपर्टी ब्रोकरों से मिले। इस दौरान उनकी मुलाकात धीरज पिता विजय यादव से हुई। धीरज ने डॉक्टर के सामने रौब झाड़ने के लिए मप्र अधिमान्य पत्रकार का फर्जी कार्ड दिखाया। डॉक्टर उसकी बातों में आ गया।
धीरज ने डॉक्टर को किसी गोपाल खंडेलवाल की जमीन दिखाई। जमीन के बदले डॉक्टर से बयाने के तौर पर 70 लाख रुपए ले लिए और शेष राशि 6 माह में देने पर सहमति बनी। डॉक्टर ने छह माह में बचे हुए 80 लाख रुपए भी दे दिए। इसके बाद जब डॉक्टर ने जमीन की रजिस्ट्री कराने की बात कही तो धीरज टालमटोली करता रहा।
डॉक्टर ने रजिस्ट्री नहीं कराने पर धीरज के खिलाफ पुलिस को शिकायत करने की धमकी दी, जिससे दोनों में विवाद हो गया। विवाद के बाद धीरज ने अपने साथी असगर मंसूरी की जमीन दिखा दी। जमीन दिखाने के बदले धीरज ने असगर को 70 लाख रुपए दिए थे। जब इस जमीन की भी रजिस्ट्री नहीं हो सकी, तो डॉक्टर ने कनाड़िया पुलिस को शिकायत की। पुलिस ने धीरज को रिंग रोड से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने धीरज यादव से जो कार्ड जब्त किया, उसकी असलियत के लिए जनसम्पर्क कार्यालय भोपाल से सम्पर्क किया, तो वहां से कार्ड फर्जी होने की जानकारी मिली। अब जनसम्पर्क कार्यालय भी धीरज के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराएगा।