

Fake Journalist’s Fraud : 1.14 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी मामले में फर्जी पत्रकार पिता और ठग पुत्र दोनों घराए, जमीन और सस्ते दामों पर टीवी दिलाने के नाम धोखाधड़ी! : 1.14 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी मामले में फर्जी पत्रकार पिता और ठग पुत्र दोनों घराए, जमीन और सस्ते दामों पर टीवी दिलाने के नाम धोखाधड़ी!
Ratlam : जिले के ग्राम बड़ावदा निवासी एक मेडिकल व्यापारी व उनके रिश्तेदार ने उज्जैन जिले के नागदा निवासी कपड़ा व किराना व्यापारी के साथ जमीन बेचने, सस्ती टीवी दिलाने के नाम पर 1 करोड़ 14 लाख 80 हजार रुपए की धोखाधड़ी मामले में बड़ावदा पुलिस ने आरोपी प्रदीप बाफना उसकी पत्नी शालिनी बाफना, पुत्र मयूर बाफना व रिश्तेदार मोहित संचेती निवासी महेश नगर इंदौर के विरुद्ध प्रकरण दर्ज किया था और प्रदीप बाफना, बेटे मयूर बाफना को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया था जहां से न्यायालय ने दोनों आरोपियों को जेल भेजने के आदेश दिए।
इस फर्जी परिवार के हाथों करोड़ों रुपए से ठगाए नागदा निवासी आदित्य छिपानी ने पुलिस को लिखित आवेदन दिया था कि वो कपड़ा व किराना व्यापारी होकर प्रापर्टी का काम भी करते हैं। वर्ष 2020 में उनकी मयूर बाफना पिता प्रदीप बाफना निवासी बड़ावदा से व्यापार के जरिए पहचान हुई थी। मयूर ने दिसंबर 2023 को एलईडी टीवी सस्ते दामों में दिलाने के नाम पर 19 लाख रुपए लिए थे इसके बाद 10 जनवरी 2024 को मयूर व उसके रिश्तेदार मोहित संचेती निवासी इंदौर उनके पास आए थे और बताया था कि बड़ावदा में उनकी जमीन हैं आप वहां निवेश कीजिए हम मिलकर पार्टनरशिप में एक कॉलोनी काटते हैं इस मामले में मयूर बाफना ने अपने माता-पिता से मोबाइल पर बात भी कराई।
उनके द्वारा की गई बातों के विश्वास में आने के बाद मैंने उनके बैंक खाते में 4 लाख 8 हजार रुपए ऑनलाइन जमा किए और इस संदर्भ में मैंने 11 जनवरी 2024 को उज्जैन में एक एग्रीमेंट भी बनवाया था। एग्रीमेंट के बदले मोहित संचेती ने उन्हें 2 चेक 4 लाख 90 हजार रुपए के दिए थे। मयूर बाफना ने उतनी ही राशि के 3 चेक, प्रदीप बाफना के 2 चेक 5 लाख 7 हजार रुपए के भी दिए थे। बाद में पता चला कि एग्रीमेंट पर व चेक पर प्रदीप बाफना के हस्ताक्षर फर्जी हैं मामले में फरियादी नागदा निवासी आदित्य छिपानी ने बताया कि जब वह जमीन संबंधी बातचीत करने प्रदीप बाफना के घर गए थे तब प्रदीप ने धमकाया था कि आज के बाद रुपए मांगने मत आना नहीं तो परेशानी में डाल दुंगा। आदित्य छिपानी ने बताया कि चारों आरोपियों को वह टीवी और जमीन दिलाने के नाम पर 1 करोड़ 14 लाख 80 हजार रुपए दें चुके हैं लेकिन ना तो आरोपियों ने जमीन की रजिस्ट्री कराई और ना ही टीवी उपलब्ध कराई इन चारों ने पहले से ही अन्य को बेची गई जमीन मुझे बेचकर धोखाधड़ी की है। मामले में बड़ावदा पुलिस ने चारों आरोपियों के विरुद्ध बीएनएस की धारा 318(4), 340(2), 306, 338 में प्रकरण दर्ज किया है।
आदित्य छिपानी ने बताया कि मयूर को उसके पिता के फर्जी हस्ताक्षर चेक देने वाली बात बताई थी तो 17 जनवरी 2024 को पिता प्रदीप बाफना ने नया रजिस्टर्ड एग्रीमेंट रतलाम में करवाया था और इस पर उन्होंने गाइड लाइन के अनुसार प्रदीप बाफना को 1 लाख 90 हजार रुपए का चेक दिया था।
प्रदीप ने एग्रीमेंट में जमीन की चतुर्सीमा गलत दर्ज कराई थी और इसके साथ ही प्रदीप नागदा-जावरा रोड की जमीन का एग्रीमेंट कराने के बाद मुकर गए और रोड़ के अंदर की जमीन देने की बात करने लगे। 15 अप्रैल 2024 को रजिस्टार कार्यालय जावरा गए और रजिस्ट्री कराने रसीद कटवाकर मयूर बाफना, प्रदीप बाफना और मोहित संचेती को मोबाइल लगाया पर तीनों ही रजिस्टार कार्यालय नहीं आएं। उन्होंने प्रदीप की पत्नी शालिनी बाफना के बैंक खाते में 19 जनवरी 2024 को 50 हजार रुपए, 20 जनवरी को 1 लाख रुपए व 2 लाख रुपए, 25 जनवरी को 1 लाख रुपए आरटीजीएस किए थे। इसके साथ ही प्रदीप बाफना के खाते में 17 लाख 60 हजार रुपए ट्रांसफर किए थे। मोहित संचेती के बैंक खाते में 12 व 19 जनवरी 2024 को 2 लाख रुपए भेजे थे इस दौरान मोहित संचेती ने प्रदीप बाफना को कांफ्रेंस में लेकर आधा मेटर हल करवाकर 28 अगस्त 2024 को रजिस्ट्री कराने का कहा था!
बता दें कि बड़ावदा निवासी फर्जी परिवार के इन बाप बेटे को पुलिस ने रिमांड पर लेने के बाद मंगलवार को न्यायालय में पेश किया था जहां से न्यायालय ने जेल भेजने के आदेश दिए। ऐसे में अब सवाल यह उठता हैं कि प्रदीप बाफना की पत्नी शालिनी बाफना पर भी पुलिस ने अपराध दर्ज किया है तो बड़ावदा पुलिस ने उसे गिरफ्तार क्यों नहीं किया वह कहां है? उसे जमीन खा गई या आसमान निगल गया?
इसके साथ ही धोखेबाज प्रदीप और मयूर बाफना के आर्थिक अपराध के अनगिनत मामले हैं जो किसी ना किसी परिस्थिति स्वरूप उजागर नहीं हो रहें हैं। अपना नाम नहीं बताने की शर्त पर एक सख्स कहते हैं कि ऐसे कई मामले हैं जिनमें पीड़ित ने पुलिस को रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई जिसकी वजह कानूनी कार्रवाई के झमेले और न्यायालय के चक्कर की झंझट।
आपको यह भी बता दें कि पूर्व में मयूर यौन अपराधों के चलते भी कानून के शिकंजे में आ गया था इस बार मामला एक गंभीर धोखाधड़ी गतिविधियों से जुड़ा है, बल्कि पूर्व के 2 अलग-अलग गंभीर आपराधिक गतिविधियों से जुड़ा हुआ हैं। बाफना परिवार, जिसमें पूरा परिवार- प्रदीप बाफना उनकी पत्नी शालिनी बाफना, पुत्र निशित उर्फ मयूर बाफना और रिश्तेदार मोहित संचेती (इंदौर) पर संगीन धाराओं में प्रकरण दर्ज किए जा चुके हैं।
वर्ष 2019 में मयूर पर दुष्कर्म और ब्लैकमेलिंग का हाई प्रोफाइल मामला दर्ज हुआ था। जिसमें जावरा के एक प्रतिष्ठित व्यापारी की बेटी के साथ करीब 2.5 करोड़ की ब्लैकमेलिंग और दुष्कर्म के मामले में मुख्य आरोपी निशित बाफना को पुलिस ने पहले ही जेल भेज दिया था। आरोपी ने युवती की अश्लील तस्वीरें लेकर लगातार दुष्कर्म किया था उसके बाद परिजनों को तंत्र-मंत्र से धन दोगुना करने का झांसा देकर 3.5 किलो सोना, 15 किलो चांदी और नगदी हड़प ली थी। पुलिस ने इस मामले में 350 ग्राम सोना और ₹1.75 लाख की बरामदगी की थी, लेकिन उस समय की करोड़ों की ठगी पर आज भी सवालिया हैं।
पत्रकारिता की आड़ में धोखाधड़ी!
प्रदीप बाफना जो खुद को ऑल इंडिया जैन जर्नलिस्ट एसोसिएशन का प्रदेश अध्यक्ष बताता हैं ने अपने बेटे मयूर के साथ मिलकर एक प्लॉट को दो-दो बार बेचकर लाखों की ठगी की। आरोप यह भी हैं कि उन्होंने रतलाम के कारोबारी से 40 लाख की उधारी के बदले प्लॉट देने का अनुबंध किया था और फिर वही प्लॉट अन्य व्यक्ति को रजिस्ट्री करवा दिया। जब पीड़ित ने विरोध किया, तो प्रदीप बाफना ने पत्रकारिता की धौंस दिखाते हुए गाली-गलौज और धमकी दी थी।
क्या कहते है थाना प्रभारी!
साक्ष्यों के आधार पर अपराध सिद्ध हुआ हैं लेकिन अब जांच की जा रही हैं। आरोपी की पत्नी फरार हैं पकड़ने के लिए टीम जुटी हैं।
आरोपी और फरियादी दोनों आपस में दोस्त है!
भुरसिंह बड़ावदा थाना प्रभारी!